‘नर्मदा बचाओ आंदोलन’ की प्रणेता मेधा पाटकर की मुश्किलें बढीं, नेत्री समेत 11 पर लगा धोखाधड़ी का आरोप

‘सामाजिक कार्यकर्ता’ और ‘नर्मदा बचाओ आंदोलन’ की प्रणेता मेधा पाटकर की मुश्किले बढ़ती जा रही है। दरअसल, उन पर और उनके NGO पर धोखाधड़ी का आरोप लगा है। साथ ही कई बाते और सामने निकलकर आ रही है कि शिकायतकर्ता RSS और ABVP से जुड़ा हुआ है।

जानें क्या है पूरा मामला ?

मध्य प्रदेश के बड़वानी में कोतवाली थाना पुलिस ने नर्मदा बचाओ आंदोलन (Narmada Bachao Andolan) की नेत्री मेधा पाटकर और 11 अन्य लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। उनके एनजीओ द्वारा आदिवासी बच्चों की शिक्षा तथा अन्य सामाजिक कार्यों के नाम पर 13.5 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जमा कर राजनीतिक गतिविधियों और विकास परियोजनाओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में दुरुपयोग करने के आरोप लगाए गए हैं।

शिकायतकर्ता ने आगे कहा कि ट्रस्ट के 10 खातों में से 4 करोड़ से ज्यादा की राशि निकाली गई । इसका उपयोग लोगों के लिए कल्याण के लिए होना था, लेकिन उन्होंने इसको विकास परियोजनाओ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में खर्च किया।

सिर्फ मेधा पाटकर के निजी बजट खाते मे 19 लाख से ज्यादा की राशि होनो की बात कही गयी है, जबकि दस्तावेजों के हिसाब से उनकी सालाना आय 6 हजार रुपये है। ये बात उन्होनें खुद इंदौर के एक कोर्ट को बताई थी।

मेधा पाटकर ने अपनी सफाई में बोली ये बात

मेधा पाटकर के मुताबिक उनके ऊपर लगे सभी आरोप झूठे हैं। उनको अभी तक पुलिस की ओर से ऐसे कोई जानकारी नहीं मिली है। अगर किसी ने अकाउंट को लेकर शिकायत की है, तो उनके पास ऑडिट रिपोर्ट मौजूद है।

मेधा पाटकर ने पत्रकारों से भी चर्चा कि और कहा कि फिलहाल उन्हें इस तरह के प्रकरण दर्ज होने की सूचना नहीं है हमारे पास आय व व्यय संबंधित दस्तावेज, ऑडिट उपलब्ध हैं। शिकायतकर्ता RSS और ABVP से जुड़े हैं।

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FIR में इन लोगों के नाम

मेधा के अलावा FIR में प्रवीण रूमी, विजय चौहान, कैलाश अवश्य, मोहन पाटीदार, आशीष मंडलोई, केवल सिंह, संजय जोशी, श्याम पाटिल, सुनीत एसआर, नूरजी पदवी और केवल सिंह, संजय जोशी, श्याम पाटिल, सुनीत एसआर, नूरजी पदवी और केशव वसावे के नाम शामिल हैं. एसपी ने बताया कि ये मामला एमपी और महाराष्ट्र दो राज्यों से जुड़ा है. ऐसे में दस्तावेजों का वेरिफिकेशन कराया जाएगा और दोनों पक्षों को अपना पक्ष रखने के लिए कहा जाएगा. जांच के दौरान जो भी सामने आएगा, उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।