निष्ठा त्रिपाठी की हत्या : 31 अगस्त को ही जेल से बाहर आया था हत्यारा आदित्य, इस तरह से मिली थी अवैध पिस्तौल

छात्रा निष्ठा त्रिपाठी की हत्या करने वाला आदित्य देव पाठक अपराधी प्रवृत्ति का है। 6 महीने पहले वह एक छात्र पर हमला करने के मामले में गिरफ्तार होकर जेल गया था। 21 दिन पहले ही वह जेल से जमानत पर बाहर आया था। अब उसने बड़ी वारदात अंजाम दे डाली। जिस अवैध पिस्टल से आरोपी निष्ठा को गोली मारी वह मुंगेर की है। जेल से छूटने के बाद अपने एक करीबी से पिस्टल मांग लिया थी। वारदात के बाद बताया जा रहा है कि आदित्य पाठक, मोनू और निष्ठा के अलावा उसका एक और दोस्त आदित्य शुक्ला भी था। हालांकि अभी इसकी पुष्टि अभी नहीं हो सकी है। पुलिस इस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है।

पुलिस के मुताबिक, आदित्य पाठक छात्रों से वसूली करता है। 15 मार्च को उसने BBD के छात्र उदय प्रताप सिंह को सेरराह रोक लिया था। गाली गलौज करने के बाद उसका मोबाइल छीन रहा था। विरोध करने पर उसको पीटा था और सिर फोड़ था। ADCP पूर्वी ने बताया की वह इसी मामले में वह जेल भेजा गया था। पिछले महीने वह 31 अगस्त को जेल से छूटा। तब वह एक किराए के मकान में रहने आया था। पड़ोस में रहने वाली रिटायर्ड PCS अधिकारी ने कहा कि जब आदित्य वहां रहने आया है तब से देर रात तक नशेबाजी होती है। तमाम लोगों का उसके उस घर रोजाना आते जाते रहते थे। सड़क पर खड़े होकर गाली गलौज करता था। पूरा मोहल्ला इनकी हरकतों से काफी परेशान था।

पुलिस वालों का है घर
पुलिस की तहकीकात में सामने आया कि हिमांशु श्रीवास्तव व सुधांशु श्रीवास्तव उत्तर प्रदेश पुलिस में दरोगा हैं। गोरखपुर में उनकी तैनाती है। उन्होंने ही आदित्य को किराए पर घर दिया था। ADCP ने बताया शुरुआती जांच में पता चला कि बिना एग्रीमेंट व बिना सत्यापन के आदित्य को किराए का घर दिया गया था। अनुमान लगाया जा रहा है कि किसी परिचित के माध्यम से घर दिया होगा या फिर सीधे मकान मालिक परिचित हैं।

सीने के दायीं तरफ मारी गोली सीधा अंदर फंसी
जानकारी के मुताबिक, तीन डॉक्टरों के पैनल ने निष्ठा के शव का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक गोली सीने के दायीं तरफ मारी गई जो कि अंदर फंस गई थी। गोली रिकवर हुई है। शॉक एंड हेमरेज के कारण निष्ठा की मौत हुई। विसरा भी सुरक्षित किया गया है। स्लाइड भी बनाई गई हैं।

इस वारदात की जानकारी मिलने के बाद पुलिस के साथ फोरेंसिक टीम घटनास्थल पहुंची। यहां पर कमरे से लेकर किचन तक फर्श पर खून ही खून पड़ा मिला। फोरेंसिक टीम ने सैंपल लिए।

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