सोनिया पर मुख्तार का पलटवार- कांग्रेस वेंटिलेटर पर लेकिन अहंकार एक्सीलेटर पर

कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार के खिलाफ टिप्पणी करना काफी महंगा पड़ा है। दरअसल, केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी सोनिया गांधी की इस टिप्पणी पलटवार किया है। केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए सवाल पूछा है कि क्या कांग्रेस देश विरोधियों के साथ है।

मुख्तार अब्बास नकवी ने साधा निशाना

केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सोनिया गांधी के बयान पर हमला करते हुए कहा है कि कांग्रेस पार्टी वेंटिलेटर पर है लेकिन उसका अहंकार एक्सीलेटर पर है। नकवी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 10 सालों तक मनमोहन सिंह का अपमान किया है, क्या यह शालीनता है। कांग्रेस ने पूर्व पीएम चंद्रशेखर को कुर्सी से हटा दिया, देवेगौड़ा हो गुजराल साहब ऐसे सभी नेताओं का अपमान किया है। नकवी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस कि हमेशा यही सोंच रही है कि सत्ता में या तो हम रहेंगे और अगर हम नहीं रहेंगे तो कोई और रहेगा तो उसके खिलाफ हंगामा करके उसको कुर्सी से हटाने की साजिश रचेंगे।

केंद्रीय मंत्री ने सोनिया गांधी और कांग्रेस पार्टी से सवाल पूछते हुए कहा कि क्या कांग्रेस और सोनिया गांधी भारत तेरे टुकड़े होंगे या भारत के खिलाफ षड्यंत्र रचने वालों के साथ में हैं। कांग्रेस पार्टी ने जिस तरीके से सरकारी एजेंसियों का  गलत इस्तेमाल किया है मोदी सरकार वैसा नहीं करती है। नक़वी ने कहा कि मोदी सरकार सब को साथ में लेकर चलने वाली सरकार है। जिस तरह से कांग्रेस पार्टी ने सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग किया था अगर वैसे मोदी सरकार करती तो क्या जो लोग मोदी सरकार को लेकर इस तरह की बातें कर रहे हैं वह इस तरह की बातें कर पाते, वैसे लोग आज कहां होते हैं यह बताने की जरूरत नहीं है।

यह भी पढ़ें: रावण की जगह जलाया गया पीएम मोदी का पुतला…बीजेपी ने कहा- यही उम्मीद थी

इसके पहले सोनिया गांधी ने अपने एक लेख के माध्यम से मोदी सरकार के खिलाफ जमकर आरोप लगाए थे। इस लेख के माध्यम से आरोप लगाते हुए सोनिया गांधी ने कहा था कि मोदी सरकार सीबीआई, ईडी समेत अन्य सरकारी एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है। जिससे कि वह अपने विरोध में कई आवाजों को दबा सके। इस लेख में सोनिया गांधी ने जेएनयू, शाहीन बाग, सीएए, एनआरसी और हाथरस की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि विरोधी पार्टियां ही नहीं बल्कि आम जनता भी अगर शांतिपूर्वक प्रदर्शन करना चाहती है तो उसको भी देशद्रोही करार देकर उसकी आवाज बंद करने की कोशिश कर रही है मोदी सरकार।