मुकेश अंबानी केस: तिहाड़ जेल से आई साजिश की बू, इंडियन मुजाहिद्दीन तक पहुंची जांच की आंच

देश के सबसे बड़े उद्योगपति के रूप में शुमार मुकेश अंबानी के घर के पास से मिली विस्फोटक से भरी स्कार्पियो के मामले की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल, इस मामले के तार अब आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन से जुड़ गए हैं। इसके साथ ही दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकी तहसीन अख्तर के पास से एक मोबाइल फोन भी बरामद हुआ है।

 

इंडियन मुजाहिद्दीन से जुड़े केस के तार

मिली जानकारी के अनुसार, इस मामले की जांच कर रही स्पेशल सेल ने तिहाड़ जेल में एक सर्च ऑपरेशन चलाया था। इसी के तहत तिहाड़ की जेल नंबर आठ में बंद इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकी तहसीन अख्तर के पास से मोबाइल बरामद किया है। तहसीन अख्तर को बिहार की राजधानी पटना में गांधी मैदान में पीएम मोदी की रैली, हैदराबाद और बोधगया में हुए धमाकों के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकी के मोबाइल से खुलासा हुआ है कि इस मोबाइल फोन से ही टेलीग्राम चैनल एक्टिवेट किया गया था। टोर ब्राउजर के जरिये डार्क नेट पर वर्चुअल नम्बर क्रिएट किया गया और फिर उसी से एंटीलिया के पास विस्फोटक और बाद में धमकी भरा पोस्ट तैयार किया गया। स्पेशल सेल अब तहसीन से पूछताछ करेगी।

मामले से जुडी ख़ास जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने एक निजी साइबर एजेंसी की मदद से उस फोन का लोकेशन पता किया, जिस पर टेलीग्राम का चैनल बनाया गया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक 26 फरवरी को टेलीग्राम ऐप पर चैनल शुरू किया गया और अंबानी के आवास के बाहर गाड़ी लगाने के लिए जिम्मेदारी लेने वाला संदेश 27 फरवरी की रात को ऐप पर पोस्ट किया गया।

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अधिकारी ने बताया कि इस संदेश में क्रिप्टोकरेंसी में भुगतान करने की मांग की गयी और एक लिंक भी उसमें दिया गया था। अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान पाया गया कि लिंक उपलब्ध नहीं था जिसके बाद जांच करने वाले अधिकारियों को संदेह हुआ कि किसी ने शरारत की।