मोटिवेजर्स क्लब ने मनाया डॉक्टर्स डे, कोविड जैसी जटिल समस्याओं पर डॉक्टरों से ली सलाह

लखनऊ: डॉक्टर को हमेशा से ही सम्मान और उम्मीद की नज़रों से देखा जाता है लेकिन पिछले साल से आई कोरोना महामारी के बाद अब डॉक्टर को योद्धा की उपाधि से भी नवाजा गया। इस संकट के दौर में डॉक्टर ने लाखों लोगों को इस महामारी की गिरफ्त से बाहर निकाल उन्हें नई जिंदगी देकर लोगों के दिलों में उनके प्रति सम्मान और बढ़ा दिया। वैसे  तो एक जुलाई को हर साल ही डॉक्टर्स डे मनाया जाता है लेकिन इस बार डॉक्टर के अहम रोल को देखते हुए और उनके प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए मोटिवेजर्स क्लब ( वरिष्ठजनों के लिए काम करने वाली संस्था) ने डॉक्टर्स डे की पूर्व संध्या को एक खास वेबिनार आयोजित किया जिसमें सीनियर सिटीजन और युवा दोनों शामिल हुए वहीं गेस्ट स्पीकर के रूप में डा सुमीत श्रीवास्तव शामिल हुए।

डॉक्टर्स डे के मौके पर मोटिवेजर्स क्लब ने डॉक्टरों से ली राय

डॉक्टर्स डे के मौके पर आयोजित किए गए वेबीनार में पोस्ट कोविड कॉम्प्लिकेशन और आने वाली तीसरी लहर को कम करने का प्रयास पर और उससे बचने के तरीकों पर चर्चा हुई। साथ ही एक्युपंचर योगा और दैनिक जीवन शैली को बेहतर बनाने इम्यूनिटी को बढ़ाने जैसी खास मुद्दों पर डॉक्टर ने सलाह दी। वेबिनार में डॉक्टर सुमीत श्रीवास्तव द्वारा सीनियर सिटीजन और युवा दोनों को ही जरूरी टिप्स और जानकारी दी।

क्लब के मेंबर ने कोविड के बाद होने वाली समस्याओं से बचने और खास खयाल रखने को लेकर सवाल किए। इसके बाद उपयुक्त फाइबर सलाद और संतुलित आहार लेने के बाद भी कांस्टिपेशन की समस्या के लिए उपचार पूछा गया। तो कुछ लोगों को ज्वाइंट पेन को लेकर सवाल रहे। इसके अलावा आंखों में होने वाली समस्याओं को लेकर भी कुछ लोगों ने अपने सवाल किए। इस सभी सवालों के अलावा डॉक्टर ने ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने के तरीके भी बताए। क्लब के वरिष्ठ जनों को अपने सभी सवालों के जवाब पाकर काफी खुशी हुई और ऐसे आयोजन की तारीफ करते हुए उनलोगों ने क्लब के युवाओं को आशीर्वाद दिया और खुशी ज़ाहिर की।

ऐसे वेबिनार को आयोजित कराने पर डॉक्टर सुमीत श्रीवास्तव का कहना है कि ऐसे मुश्किल समय में लोगों का हौसला बढ़ाने और उन्हें जागरूक करने के लिए ऑनलाइन वेबिनार काफी मददगार साबित हुआ है। डॉक्टर सुमीत ने कहा कि कोविड के समय में लोगों के सबसे ज्यादा सवाल तनाव और अकेलेपन की वजह से होने वाली समस्याओं या डर से जुड़े हुए रहे है। ऐसे में दवाइयों के साथ एक्यूपंचर, योगा और मेडिटेशन को सभी को अपने दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। इसके अलावा डॉक्टर ने इस वेबिनार के दौरान निःशुल्क परामर्श और सुझाव भी दिए।

यह भी पढ़ें: बंगाल हिंसा: सुप्रीम कोर्ट हुआ सख्त, केंद्र और ममता सरकार को सुनाया बड़ा आदेश

क्लब के फाउंडर गौरव छाबड़ा का कहना है कि कोविड काल के दौरान आउटडोर इवेंटस को कम करते हुए ऑनलाइन एक्टिविटी को ज्यादा बढ़ावा दिया गया। क्लब के सीनियर सिटीजन्स से वेबिनार के माध्यम से या फोन कॉल के माध्यम से जुड़े रहकर उनका मनोबल बढ़ाया।  मोटिवेजर्स क्लब के युवाओं ने कभी ज़ूम के माध्यम से तो कभी वाटस्ऐप ग्रुप के माध्यम से लोगों का हौसला बढ़ाया। वहीं पिछले साल से अभी तक लॉक डाउन के दिनों में जरूरतमदों को फूड पैकेट्स, राशन और मास्क बांट कर कुछ सहायता करने का प्रयास किया।