बहुजन समाजवादी पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने आज एक महत्वपूर्ण घोषणा की, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी बसपा आगामी चार राज्यों (मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना) के विधानसभा और लोकसभा चुनाव 2024 में किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं होगी, बल्कि वह अकेले ही चुनाव लड़ेंगी।
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि विभिन्न गठबंधन जो भी भारतीय जनता पार्टी (NDA) या इंडिया गठबंधन के साथ शामिल होते हैं, वे ज्यादातर गरीबों के खिलाफ जातिवादी और धर्मप्रधान नीतियों का पालन करते हैं, जिसके खिलाफ उनकी पार्टी बसपा ने हमेशा संघर्ष किया है। उनके इस कारणवश, वह किसी भी ऐसे गठबंधन में शामिल नहीं हो सकती हैं। मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी ने साल 2007 में करोड़ों उपेक्षित लोगों को आपसी भाईचारे के आधार पर जोड़कर सबूत दिखाया है, और उन्होंने इसे फिर से साबित करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि उनके नेता और समर्थक पार्टी छोड़ने के बाद भी उनका समर्थन बना हुआ है, और इससे जनता को सही दिशा में राह मिलेगी।
इस घोषणा के परिणामस्वरूप, विपक्षी गठबंधन इंडिया की 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में हो रही बैठक में मायावती के शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे। मायावती के इस बयान से अब यह साफ़ हो गया है कि वह इस बैठक में शामिल नहीं होंगी।