बंगाल चुनाव से पहले टूटकर बिखरती नजर आ रही ममता की तृणमूल, हुआ भारी नुकसान

पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी को लगातार एक के बाद एक झटकों का सामना करना पड़ा रहा है। भले ही तृणमूल कांग्रेस ने इस सियासी जंग के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है लेकिन इसके बावजूद तृणमूल छोड़ने वाले दिग्गज नेताओं का ग्राफ ऊपर की ओर उठता ही जा रहा है। इस बार तो तृणमूल के पांच विधायकों ने एक साथ पार्टी को ठेंगा दिखाते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया है।

तृणमूल छोड़ने वाले विधायकों के नाम

मिली जानकारी के अनुसार, तृणमूल के शीतल कुमार सरदार सहित छह विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया है। यह कहना गलत होगा कि इन विधायकों ने टिकट न मिलने की वजह से तृणमूल का साथ छोड़ा है, क्योंकि इनमें (सराला मुर्मू) एक विधायक ऐसी भी हैं, जिन्हें तृणमूल ने हबीबपुर सीट से अपना प्रत्याशी घोषित किया था।

तृणमूल छोड़ने वाले छह विधायकों की फेहरिस्त में सोनाली गुहा, दीपेन्दू बिस्वास, रबिन्द्रनाथ भट्टाचार्य, जटू लहिरी, शीतल कुमार सरदार और सराला मुर्मू का नाम शमिल है। इन सभी ने सोमवार को पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष, शुभेंदु अधिकारी और मुकुल रॉय की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थामा।

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से 8 चरणों में विधानसभा का चुनाव होने जा रहा है। तृणमूल कांग्रेस ने सूबे की 294 सदस्यीय विधानसभा सीटों से एक 291 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि शेष तीन सीट सहयोगी दल को दिए हैं।

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राज्य में आठ चरणों में इस तरह होने हैं चुनाव

पहले चरण में 30 सीटें, अधिसूचना 2 मार्च को, 27 मार्च को वोटिंग
दूसरे चरण में 30 सीटें, अधिसूचना 5 मार्च को, 1 अप्रैल को वोटिंग
तीसरे चरण में 31 सीटें, अधिसूचना 12 मार्च को, 6 अप्रैल को वोटिंग
चौथे चरण में 44 सीटें, अधिसूचना 16 मार्च को, 10 अप्रैल को वोटिंग
पांचवें चरण में 45 सीटें, अधिसूचना 23 मार्च को, 17 अप्रैल को वोटिंग
छठे चरण में 43 सीटें, अधिसूचना 26 मार्च को, 22 अप्रैल को वोटिंग
सातवें चरण में 36 सीटें, अधिसूचना 31 मार्च को, 26 अप्रैल को वोटिंग
आठवें चरण में 35 सीटें, अधिसूचना 31 मार्च को, 29 अप्रैल को वोटिंग
राज्य में वोटों की गिनती 2 मई को होगी।