बंगाल में सुनाई दी ममता बनर्जी की गर्जना, पीएम मोदी पर लगाए कई गंभीर आरोप

अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी बीजेपी और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बीच जारी वाकयुद्ध अपने पूरी शुमार पर पहुंच गया है। बीजेपी लगातार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साध रही हैं। वहीं, तृणमूल कांग्रेस की तरफ से भी पलटवार का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में इस बार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की दहाड़ सुनने को मिली है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण को हथियार बनाकर उनपर जमकर हमला बोला है।

ममता बनर्जी ने मोदी पर लगाए ये आरोप

ममता बनर्जी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा है कि यह यूपी या गुजरात नहीं, बंगाल है बंगाल। यहां कुछ बाहरी गुंडे रह रहे हैं, लेकिन वह यह जान लें कि वे कोलकाता के संघीय ढाँचे को ध्वस्त नहीं कर सकते। उन्होंने यह बयान मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए दिया है।

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि हम संविधान के मुताबिक चलते हैं। राज्य सरकार कार्यान्वयन करने वाली एक अथॉरिटी है, तो क्या हमें बीजेपी के मन-मुताबिक चलना चाहिए? जब राज्य में पहले से ही एक योजना चल रही है तो हमें वैसी ही एक नई योजना क्यों चलानी चाहिए? क्योंकि बीजेपी कह रही है? उन्हें फंड कहां से मिलता है? यह पूरा राज्य सरकार के टैक्स का पैसा है। हम अपनी योजना को 100 फीसदी फंड करते हैं, लेकिन उनकी योजनाओं के लिए राज्य सरकारों को देना पड़ता है।

बीजेपी को ललकारते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल गुजरात नहीं है और न ही यूपी है। बंगाल, बंगाल है। बाहर के कुछ गुंडे यहां दस्तक देने लगे हैं। ये जान लें कि आप संघीय ढांचे को जमींदोज नहीं कर सकते हैं। ममता ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार केंद्रीय एजेंसियों के जरिये हमारी सरकार को डिस्टर्ब करने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे पता है चुनाव से पहले वे ऐसा और करेंगे।

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ममता बनर्जी ने पीएम केयर्स फंड पर भी सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि पीएम केयर्स फंड के लाखों-करोड़ों रुपये का क्या हुआ। उसका ऑडिट क्यों नहीं किया जा सकता है? उन्होंने कहा कि बंगाल के लोग बिना लड़ाई के आपको (बीजेपी) एक इंच भी नहीं देंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी पार्टी कार्यालय न्यूज चैनलों को हेडलाइन दे रहा है। पीएमओ तय कर रहा है कि संपादक कौन होगा। इस तरह से वे मीडिया को नियंत्रित करते हैं।