मल्लिकार्जुन खड़गे ने 15 दलों के नेताओं के साथ मिलकर लिया ये फैसला, राज्यसभा 2 बजे तक स्थगित

राज्यसभा में कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद भवन स्थित कक्ष में 15 दलों के नेताओं के साथ बैठक कर आगे की रणनीति पर चर्चा की.  कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को कहा कि आज हुई विपक्षी दलों की बैठक में ज्यादातर पार्टियों ने फैसला किया कि वे संसद की कार्यवाही में भाग लेंगे और ‘अडाणी महाघोटाले’ की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति गठित करने की मांग उठाते रहेंगे.

बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘ज्यादातर विपक्षी दलों ने फैसला किया है कि वे संसद की कार्यवाही में भाग लेंगे और अडाणी महाघोटाले की जांच के लिए जेपीसी की मांग उठाते रहेंगे.’ इससे पहले रमेश ने आरोप लगाया था कि सरकार ने संसद में मौजूदा गतिरोध को खत्म करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया. उन्होंने यह भी कहा था कि विपक्ष चाहता है कि संसद चले, लेकिन मोदी सरकार डरी हुई है. दरअसल, सोमवार को ही ऐसे संकेत मिले थे कि संसद के दोनों सदनों में पिछले कुछ दिनों से चला आ रहा गतिरोध मंगलवार को खत्म हो सकता है तथा राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो सकती है, लेकिन संसद की कार्यवाही शुरू होते ही दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी.

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संसद में विपक्ष द्वारा अडाणी समूह से जुड़े मुद्दे पर संयुक्त संसदीय समिति या सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच कराने की मांग पर जोर दिए जाने के कारण जारी गतिरोध सोमवार को भी कायम रहा और दोनों सदनों की बैठक को एक बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया. पिछले सप्ताह गुरुवार और शुक्रवार को भी इसी मुद्दे को लेकर दोनों सदनों में गतिरोध बना रहा था. संसद का बजट सत्र गत मंगलवार, 31 जनवरी को शुरू हुआ था और उस रोज दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण हुआ था. एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में 2023-24 का आम बजट पेश किया था.