मठ गांव भूस्खलन के दायरे में, 24 परिवारों पर मंडरा रहा खतरा

गोपेश्वरचमोली जिले के दशोली विकासखंड के मठ गांव के नीचे से हो रहे लगातार भूस्खलन से गांव को खतरा पैदा हो गया है। गांव के भूस्खलन की जद में आने से यहां निवास कर रहे 50 परिवारों में से 24 परिवारों के सामने संकट पैदा हो गया है। उन्होंने जिला प्रशासन से इसके समाधान की मांग की है। हालांकि प्रशासन की ओर से इस भूस्खलन जोन का निरीक्षण किया गया है लेकिन उसके बाद अग्रीम कार्रवाई नहीं हो पायी है।

ग्राम प्रधान संजय सिंह राणा, हुकम सिंह, राजेंद्र नेगी, प्रकाश सेमवाल, कुंवर सिंह का कहना है कि वर्ष 2010-11 में पीपलकोटी विष्णु गाड़ जल विद्युत परियोजना की ओर से गांव के नीचे से सड़क बनाने के लिए बेतरतीब कंटिग की गई जिसका नतीजा यह हो रहा है कि उसके बाद से लगातार गांव के नीचे से भूस्खलन होता जा रहा है जो अब आबादी क्षेत्र में आ गया है।

जिससे यहा ंनिवास करने वाले 50 परिवारों में से 24 परिवारों भवन कभी भी जमींदोज हो सकते है। उन्होंने कहा कि तत्समय ही इस पर ध्यान दिया जाता तो आज स्थित इतनी भयावाह नहीं होती है। उन्होंने कहा यदि समय रहते भूस्खलन जोन का उचित समाधान नहीं किया गया तो पूरा मठ गांव ही इसकी जद में आ जायेगा और सभी परिवारों को यहां से पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि इसी माह सितम्बर में संयुक्त मजिस्ट्रेट चमोली अभिनव कुमार ने इस भूस्खलन जोन का निरीक्षण भी किया था उन्होंने आश्वासन दिया था कि जल्द ही भूगर्भीय सर्वेक्षण दल के माध्यम से इसकी जांच करवायी जायेगी उसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी लेकिन अभी तक भूगर्भीय दल गांव नहीं आया है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जल्द ही इस भूस्खलन जोन का स्थायी समाधान खोज निकला जाए ताकि गांव को बचाया जा सके।जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी का कहना है कि जल्द ही मठ गांव का भूगर्भीय सर्वेक्षण करवाया जा रहा है। सर्वेक्षण के आधार पर इसका ट्रीटमेंट का कार्य किया जाएगा।