जानिए गुड़हल के फूल के फायदे और नुकसान, इन 13 समस्याओं से दिलाएगा निजात

जवाकुसुम के नाम से पहचाने जाने वाला गुड़हल दिखने में बेहद खूबसूरत और औषधीय गुणों से भरपूर है। गुड़हल के उपयोग से ना केवल अपच, बेचैनी, बुखार आदि समस्या दूर होती है बल्कि इसकी पत्तियां त्वचा की सेहत और आयरन की कमी को पूरा करने में बेहद मददगार हैं। आज का हमारा लेख गुड़हल के फायदे और उसके नुकसान पर है। आज हम अपने इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे कि आप किस प्रकार गुड़हल के उपयोग से अपनी सेहत को फायदा पहुंचा सकते हैं। साथ ही हम जानेंगे कि गुड़हल का उपयोग सेहत के लिए कैसे नुकसानदेह है। पढ़ते हैं आगे…

जानें गुड़हल के फूल के फायदे (Benefits of Hibiscus/gudhal flower)

गुड़हल के उपयोग से सेहत की अनेक बीमारियों को दूर किया जा सकता है। साथ ही सेहत को स्वस्थ भी बनाया जा सकता है। जानते हैं इसके फायदों के बारे में…

1 – एंटी एजिंग के लिए गुड़हल (Hibiscus Flower for anti aging)

बढ़ती उम्र को रोकने में गुड़हल बेहद मददगार है। इसकी पत्तियां उन महिलाओं के लिए किसी अमृत से कम नहीं है जो महिलाएं एंटी एजिंग की समस्या से परेशान हैं। बता दें कि शरीर की फ्री रेडिकल्स को हटाने में गुड़हल बेहद उपयोगी है। इसका उपयोग ना केवल उम्र बढ़ाने की प्रक्रिया को धीमा करता है बल्कि महिलाएं खूबसूरत और जवां भी नजर आती हैं।

2 – एनीमिया के लिए गुड़हल (Hibiscus Flower for anaemia)

शरीर में एनीमिया आयरन की कमी के कारण होता है। एनीमिया यानी खून की कमी, ऐसे में जो लोग इस समस्या से परेशान हैं वे गुड़हल के फूल का उपयोग कर सकते हैं। ध्यान दें कि गुड़हल के फूल के अंदर आयरन मौजूद होता है जो एनीमिया से लड़ने में बेहद मददगार है। इसके लिए आपको गुड़हल के फूल की कलियों को पीसना होगा और रस को एक टाइट डिब्बे में बंद करके अपने पास रखना होगा। अब इस रस का सेवन नियमित रूप से करना होगा। ऐसा करने से ना केवल स्टैमिना बढ़ता है बल्कि एनीमिया की समस्या भी दूर होती है।

3 – वजन को कम करने में मददगार है गुड़हल (Hibiscus Flower for weight control)

जिन लोगों को बार बार भूख लगती है उन्हें बता दें कि गुड़हल का सेवन करने से इस परेशानी से छुटकारा मिल जाता है। जो लोग कार्बोहाइड्रेट में समृद्ध भोजन का सेवन अधिक मात्रा में करते हैं उन लोगों में वजन बढ़ने की शिकायत ज्यादा देखने को मिलती है। ऐसे में गुड़हल की पत्तियों से बनी चाय काफी एनर्जेटिक होती है इसलिए जो व्यक्ति इसका सेवन करता है उसे लंबे समय तक भूख नहीं लगती। साथ ही पाचन क्रिया भी सुधरती है। ये अनावश्यक चर्बी को दूर करता है और ये वजन को कम करने में भी उपयोगी है।

4 – उच्च रक्तचाप के लिए गुड़हल (Hibiscus for blood pressure)

गुड़हल उच्च रक्तचाप से लड़ने में उपयोगी है। इससे बनी चाय न केवल हृदय की गति को सामान्य करती है बल्कि व्यक्ति रिलैक्स महसूस करता है। एक बेहतर परिणाम पाने के लिए व्यक्ति को नियमित रूप से गुड़हल की चाय का सेवन करना होगा।

5 – सर्दी और जुकाम को दूर करे गुड़हल (Hibiscus for cold and cough)

बता दें कि गुड़हल की पत्तियों में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जो ना केवल सर्दी को दूर करता है बल्कि जुकाम को दूर करने में भी बेहद उपयोगी है। गले को आराम पहुंचाने और शरीर में विटामिन सी का स्तर बढ़ाने में भी गुड़हल एक अच्छा स्रोत है। ऐसे में आप गुड़हल की पत्तियों से बनी चाय का सेवन सेवन नियमित रूप से करें।

6- त्वचा की समस्या को दूर करे गुड़हल (Hibiscus for skin problem)

जैसा कि हमने पहले भी बताया कि गुड़हल के अंदर विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। वहीं यह एंटीऑक्सीडेंट के गुण से भी परिपूर्ण है, जिससे न केवल चेहरे की झुर्रियां दूर होती है बल्कि दाग, धब्बे, मुंहासे ठीक होते हैं। इसके उपयोग के लिए फूल को पानी में उबालें और पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट में शहद को मिलाएं और चेहरे पर लगाएं। ऐसा करने से खुश्की खत्म होती है और चेहरे पर आई सूजन भी दूर होती है।

7 – मासिक धर्म में गुड़हल (Hibiscus for periods)

महिलाओं में होने वाले मासिक धर्म की अनियमिता को दूर करने में गुड़हल बेहद मददगार है। ये शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर सामान्य रखती है। बता दें कि शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर कम होता है तो हॉर्मोंस बिगड़ने लगते हैं और मासिक धर्म के समय में भी उतार चढ़ाव आते हैं। ऐसे में गुड़हल के पत्तों से बनी चाय मासिक धर्म की समस्या को दूर करने में उपयोगी है।

गुड़हल के अन्य उपयोग और फायदे (Other Benefits and Uses of hibiscus flower)

8 – गुड़हल की चाय प्यास बुझाने के साथ-साथ शरीर में एनर्जी के लिए भी जरूरी है।

9 – कब्ज की समस्या को दूर करने और पाचन क्रिया को मजबूत करने में गुड़हल अच्छा उपाय है।

10 – अल्जाइमर रोग को रोकने में गुड़हल बेहद उपयोगी है।

11 – किडनी की समस्या और डिप्रेशन को दूर करने में भी गुड़हल के पत्तों को चबाने से राहत मिलती है।

12 – अगर गुड़हल के पत्तों को चबाया जाए तो मुंह के छाले भी दूर होते हैं।

13 – जो लोग याददाश्त कम से परेशान है वे इस फूल को पीसकर बने पाउडर का सेवन दूध के साथ करें। ऐसा करने से याददाश्त बढ़ती है।

गुड़हल से होने वाले नुकसान (Side Effects of hibiscus flower)

गुड़हल के उपयोग से सेहत को निम्न नुकसान हो सकते हैं-

1 – अगर गुड़हल की चाय का सेवन अधिक मात्रा में किया जाए तो इससे व्यक्ति को नींद ज्यादा आने की संभावना रहती है। ऐसे में ड्राइव करते वक्त या बाहर जाने से पहले गुड़हल की चाय का सेवन ना करें।

2 – गुड़हल का उपयोग उच्च रक्तचाप की समस्या को दूर करता है। लेकिन जो लोग निम्न रक्तचाप से परेशान हैं वे इसका सेवन ना करें उनकी सेहत के लिए यह नुकसानदेह हो सकता है।

3 – जो महिलाएं स्तनपान कराती हैं वह गुड़हल के उपयोग से बचें। हालांकि इसको लेकर अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है लेकिन एक्सपर्ट की सलाह के अनुसार इस अवधि के दौरान इसके सेवन से बचें।

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4 – जो महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती है बे भी गुड़हल की चाय का सेवन ना करें।

5 – ध्यान दें कि गुड़हल शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर कम करती है जिसके कारण मासिक धर्म की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में गर्भवती महिलाएं इसके सेवन से बचें।