भारत-फ्रांस द्विपक्षीय वार्ता में आपसी रक्षा सहयोग मजबूत बनाने पर सहमत

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को फ्रांसीसी समकक्ष सुश्री फ्लोरेंस पार्ली के साथ नई दिल्ली में तीसरी वार्षिक रक्षा वार्ता की। इस दौरान दोनों ने समुद्री सुरक्षा, संयुक्त अभ्यास, राफेल जेट की समय पर आपूर्ति, आतंकवाद का मुकाबला करने, नई मेक इन इंडिया परियोजनाओं और भारत-फ्रांस रक्षा सहयोग को मजबूत बनाने के मुद्दे पर चर्चा करके सहमति व्यक्त की। रक्षा वार्ता में द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और रक्षा औद्योगिक सहयोग के व्यापक मुद्दों पर भी ध्यान केन्द्रित किया गया। इससे पहले फ्रांस की सशस्त्र सेना मंत्री फ्लोरेंस पार्ली ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी मुलाकात की।

भारत और फ्रांस के बीच तीसरी वार्षिक रक्षा वार्ता में दोनों रक्षा मंत्रियों ने मौजूदा सैन्य-से-सैन्य सहयोग की समीक्षा की, जो महामारी की चुनौतियों के बावजूद बढ़ा है। उन्होंने सभी क्षेत्रों में रक्षा सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। दोनों देशों की सेनाओं ने पिछले माह फ्रांस में आतंकवाद विरोधी अभियानों पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपने वार्षिक द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास ‘शक्ति’ का समापन किया है। दोनों देशों के बीच भविष्य के सहयोग और सह उत्पादन पर ध्यान देने के साथ रक्षा औद्योगिक सहयोग पर चर्चा की गई। फ्लोरेंस पार्ली ने कहा कि भारत-फ्रांस सामरिक साझेदारी आज पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक है।

दोनों रक्षा मंत्रियों ने सामरिक और रक्षा मुद्दों पर एक-दूसरे के सहयोग को स्वीकार किया। उन्होंने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। फ्रांस हिन्द महासागर नौसेना संगोष्ठी का वर्तमान अध्यक्ष है और 01 जनवरी, 2022 से यूरोपीय संघ की अध्यक्षता संभालेगा। दोनों मंत्रियों ने फ्रांस की अध्यक्षता के दौरान कई मुद्दों पर मिलकर काम करने का फैसला किया। इससे पहले सुश्री फ्लोरेंस पार्ली ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। इस यात्रा के दौरान उनके अन्य भारतीय गणमान्य व्यक्तियों से मिलने की भी उम्मीद है। द्विपक्षीय वार्ता में सेना प्रमुख एमएम नरवणे, रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. जी. सतीश रेड्डी भी शामिल हुए।

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के दौरान फ्लोरेंस पार्ली ने कहा कि दुनिया में बढ़ती अस्थिरता के बावजूद फ्रांस भारत को एक बहुध्रुवीय व्यवस्था बनाने, कानून के शासन की रक्षा करने और वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए प्रमुख शक्ति और भागीदार के रूप में देखता है। फ्रांसीसी रक्षा मंत्री को साउथ ब्लॉक पहुंचने पर तीनों सेनाओं की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जाकर पुष्पांजलि अर्पित करके भारत के बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने सीडीएस जनरल बिपिन रावत के दुखद निधन पर भारतीय सशस्त्र बलों और भारत के लोगों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की।