धर्मांतरण मामले में फंसे आईएएस अधिकारी, योगी सरकार ने उठाया बड़ा कदम

कानपुर में वरिष्ठ आईएएस के सरकारी आवास पर कट्टराता का पाठ पढ़ाए जाने का योगी सरकार ने कड़ा संज्ञान लिया है। शासन ने वायरल वीडियो मामले की एसआईटी से जांच कराने के आदेश दिए हैं। एसआईटी का गठन सीबीसीआईडी के डीजी की अध्यक्षता में किया गया है। यह सात दिन में जांच कर प्रकरण की रिपोर्ट शासन को सौंपेगा।

आईएएस के वीडियो को लेकर योगी सरकार सख्त

वरिष्ठ आईएएस इफ्तखारुद्दीन द्वारा कौमी कट्टरता की पाठशाला पढ़ाने का मामला इन दिनों प्रदेश व देश की सुर्खियां बन गया है। उनके साथ एक अन्य वक्ता द्वारा इस्लाम का महत्व बताते हुए धर्मांतरण के फायदे गिनाएं जा रहे हैं और धर्मांतरण किये हुए व्यक्ति की बातों का जिक्र कर इस्लाम को श्रेष्ठ बताया गया है। इस तरह से धर्म परिवर्तन और इस्लाम की आड़ में लोगों को भड़काने का काम कर रहे हैं।

वरिष्ठ आईएएस के सरकारी आवास पर मुस्लिम कट्टरपंथियों को बुलाकर धर्म परिवर्तन को बढ़ावा देने व इस्लाम की कट्टरता का पाठ पढ़ाए जाने का वीडियो सामने के आने पर खलबली मच गई है। इसको लेकर लखनऊ में शासन स्तर पर एक आईएएस द्वारा किए जाने का काफी गंभीरता से लिया गया है। देश की आंतरिक सुरक्षा को खतरा पहुंचाए जाने वाले इस वीडियो को लेकर योगी सरकार ने सख्त रूख अपनाया है।

शासन स्तर पर गृह विभाग ने पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन कर प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। एसआईटी का गठन सीबीसीआईडी के डीजी जीएल मीणा की अध्यक्षता में किया गया है। इसमें शासन ने अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) कानपुर जोन भानु भास्कर को भी शामिल किया गया है। शासन ने एसआईटी से वरिष्ठ आईएएस इफ्तखारुद्दीन के आवास पर कट्टरपंथ के बढ़ावा दिए जाने वाले प्रकरण की रिपोर्ट प्रेषित करने के लिए 07 दिनों का समय दिया है।

उपमुख्यमंत्री ने कहा, मामला बेहद गंभीर, कराई जा रही उच्चस्तरीय जांच

वरिष्ठ आईएएस के सार्वजनिक हुए इस वीडियो को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी संज्ञान लिया है। उन्होंने प्रकरण को लेकर कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है। एक आईएएस द्वारा पद पर रहते हुए ऐसा किए जाना लोकसेवक की सारी हदें पार करने की मानसिकता को दर्शाता है। इसकी उच्चस्तरीय जांच के लिए अधिकारियों को निर्देशित भी किया गया है।

कानपुर पुलिस ने भी शुरू की जांच

वरिष्ठ आईएएस इफ्तिखारूद्दीन के सरकारी आवास पर पर चली कट्टरपंथी धर्मगुरूओं के साथ बैठक के तीन वीडियो वायरल हुए हैं। इनमें एक वीडियो में इफ्तिखारूद्दीन एक मुस्लिम व्यक्ति को कट्टरपंथ की बातें बोलते हुए देखा और सुना जा सकता है। इस दौरान इफ्तिखारूद्दीन जमीन पर बैठे हुए हैं। यह मामला सामने आने के बाद कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने इस पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दिए हैं। इस मामले की जांच की जिम्मेदारी अपर डिप्टी कमिश्नर (पूर्वी) सोमेंद्र मीणा को सौंपी गई है।

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