हरदोई जिले में हरियावां थाना क्षेत्र के कायमपुर गांव में बीते दिन गुरुवार को रक्षाबंधन त्यौहार के दिन बच्चों ने मिठाई लेने की जिद की, पिता अपनी आर्थिक तंगी के कारण बच्चों को मिठाई नहीं दे सका। त्योहार पर बच्चों की छोटी सी जिद पूरी न कर पाने के कारण पिता ने हताश होकर घर से 200 मीटर दूर एक पेड़ में फांसी का फंदा लगाकर कर खुदखुशी कर ली।
जानकारी के मुताबिक, हरियावां थाना क्षेत्र के कायमपुर निवासी शैलेंद्र (30) के दो बेटे राहुल, अंशुमान और एक बेटी नीलम है। पत्नी सियादेवी ने बताया कि रक्षाबंधन पर बच्चे पिता से मिठाई खाने की जिद कर रहे थे, लेकिन शैलेंद्र के पास एक भी रुपये नहीं थे। शैलेंद्र कई दिनों से काम की तलाश कर रहे थे लेकिन उन्हें काम नहीं मिला। वह आर्थिक तंगी से काफी परेशान था।
बच्चों की मांग पूरी न कर पाने के कारण शैलेंद्र ने रक्षाबंधन के दिन गुरुवार की दोपहर में अपने घर से करीब 200 मीटर खेत में एक नीम के पेड़ में फांसी लगाकर कर अपनी जान दे दी। थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि यह आत्महत्या का मामला है। मौत का सही कारण अभी सामने नहीं आया है। अब पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही आगे इस मामले में पड़ताल की जाएगी।
कई लोगों से लिया था उधार
प्रधानपति रामकिशोर ने बताया कि शैलेंद्र बहुत गरीब था और अपनी आर्थिक तंगी के कारण बहुत परेशान रहता था। किसी तरह से मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करता था। बच्चे भी बीमार रहते थे। बच्चों के इलाज के लिए कई लोगों से काफी कर्ज भी ले चुका था। शैलेंद्र के पिता दयाराम के नाम से भैंसटा नदी के किनारे डेढ़ बीघा खेत है। जिसमें मनोहर, शैलेंद्र व रामसुमिरन हिस्सेदार हैं। वहीं बरसात में खेत पानी में डूब गया था। शैलेंद्र के पास राशन कार्ड तक नहीं था।
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