‘विदेश में लड़कियां कभी भी ब्वॉयफ्रेंड बदल लेती हैं, बिहार के CM की भी यही स्थिति’, कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर मचा घमासान

भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़कर राजद-कांग्रेस और लेफ्ट के साथ बिहार में सरकार बननाने वाले जदयू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार भाजपा नेताओं के निशाने पर है। बिहार भाजपा के नेताओं के साथ-साथ अब नीतीश कुमार पर मध्यप्रदेश के नेता भी तंज कस रहे है। आज मध्य प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने नीतीश कुमार पर तंज कसा है।

कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि बिहार में सत्ता परिवर्तन हुआ तब मैं अमेरिका में था। वहां मुझे एक परिचित ने कहा कि हमारे विदेश में जैसे लड़कियां बॉयफ्रेंड बदलती है वैसे बिहार के सीएम की स्थिति भी वहीं है। कब किसका हाथ पकड़ ले और कब किसका हाथ छोड़ दें कोई नहीं कह सकता। नीतीश कुमार पर दिए कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान से सियासी घमासान मच गया है।

कैलाश विजयवर्गीय का बेतूका बयान सोशल मीडिया पर वायरल

नीतीश कुमार पर कैलाश विजयवर्गीय द्वारा दिए गए इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में कैलाश विजयवर्गीय नीतीश पर तंज कसते हुए इस बयान को देने के बाद मुस्कराते नजर आ रहे हैं। विजयवर्गीय के इस बयान पर कांग्रेस, जदयू सहित अन्य दलों ने आपत्ति जताई है। कई फेमनिस्टों ने भी कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान को बेतूका बताते हुए उनकी आलोचना की है।

किसकी है संदिग्ध नाव, कैसे किनारे पर आ लगी; देवेंद्र फडणवीस ने डिटेल में सब बताया

कांग्रेस नेता का ट्वीट- क्या अपनी मां-बेटी को भी नजर से देखते है

कैलास विजयवर्गीय के इस बयान पर कांग्रेस नेता बीवी श्रीनिवास ने ट्वीट किया कि ‘जैसे लड़कियां कभी भी BoyFriend बदल लेती हैं, उसी तरह बिहार के CM की भी ऐसी ही पोजिशन है कि कब किससे हाथ मिला लें और कब किसका हाथ छोड़ दें’ : BJP नेता कैलाश विजयवर्गीय। क्या ये ‘संघी’ अपने घर की माँ-बेटियों को भी इसी घटिया नजर से देखते है?

अब तक तो 10 छापे पड़ जाने थे…, सिसोदिया के घर CBI छापे पर भाजपा के साथ कांग्रेस

पहले भी विवादित बयानबाजी कर चुके हैं कैलाश विजयवर्गीय

उल्लेखनीय हो कि भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय इससे पहले विवादित बयानबाजी को लेकर कई बार सुर्खियों में आ चुके हैं। अग्निपथ स्कीम के विरोध के दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि मैं भाजपा के दफ्तरों में सुरक्षा गार्ड की नौकरी के लिए अग्निवीरों को प्राथमिकता दूंगा। उनके इस बयान को लेकर भी कैलाश विजयवर्गीय की काफी आलोचना हुई थी।