‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र से ‘आत्मनिर्भर भारत’ की ओर.., ‘हुनर हाट’ का उद्घाटन

मुख्योमंत्री योगी आदित्ययनाथ ने शनिवार को लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम में 24 वें हुनर हाट का उद्घाटन किया। इसके जरिए यूपी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट् ‘वन डिस्ट्रिक्टर वन प्रोजेक्टत’ (ओडीओपी) को भी बड़ा मंच मिला है। समारोह में सीएम के साथ केंद्रीय अल्प संख्यनक कल्याणण मंत्री मुख्तारर अब्बा्स नकवी मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें: लखनऊ के बंगाली क्लब में ‘सुभाष’ को मिला था मान पत्र, स्वतंत्रता की जगाई थी अलख

‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र से ‘आत्मनिर्भर भारत’ की ओर.., ‘हुनर हाट’ का उद्घाटन

लखनऊ के अवध शिल्प् ग्राम में आज से हुनर हाट आयोजन किया जा रहा है। हुनर हाट 31 राज्यों के हुनरमंद बाजार के उत्पाेदों का प्रदर्शन होगा। हाट में प्रदेश के ओडीओपी उत्पाद भी अपनी पूरी विविधता के साथ मौजूद हैं। हुनर हाट चार फरवरी तक किया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आप सबके हुनर को मंच देने के लिये प्रधानमंत्री जी का स्वागत करता हूं। प्रदेश की राजधानी में अभनंन्दन करता हूं। आज का दिन महत्वपूर्ण दिन है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने सदियों से गुलामी से जकड़े भारत को मुक्त कराने के लिये जो उदघोष किया था उसका मूल मंत्र स्वदेशी और स्वावलंबन था।

देश के कारीगरों, दस्तकारों और शिल्पकारों के हुनर को नई ऊंचाईयां देने का काम किया है। आत्मनिर्भर भारत की ओर प्रेरित करने का काम है। कोरोना जैसी महामारी से जूंझ रहे हैं मार्च 2020 अचानक सैनिटाइजर का दाम काफी ऊपर पहुंच गया। उस समय हमने चीनी मिलों से बिसलेरी का उपयोग सैनिटाइजर बनाने को कहा। उसके बाद इतना सैनिटाइजर बना कि उत्तर प्रदेश में ही नहीं बाहरी राज्यों में भी उसे भेजा गया। पीपीई किट पर हमें चीन पर निर्भर रहना पड़ता था, तो उसे वापस करके अपने स्थानीय कारीगरों को प्रेरित किया उसका निर्माण भी होना शुरू हो गया। देश और दुनिया को देने का काम हम कर रहे हैं। यह सभी काम अब स्थानीय स्तर पर होते हुए दिखाई दे रहे हैं।

हाट के जरिए देश के दस्तकारों-शिल्पकारों के उत्पादों को प्रोत्साहन मिलेगा

‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र से ‘आत्मनिर्भर भारत’ की ओर.., ‘हुनर हाट’ का उद्घाटन। हाट के जरिए देश के दस्तकारों-शिल्पकारों के उत्पादों को प्रोत्साहन मिलेगा और बाजार भी उपलब्ध। होगा। इस बार का हुनर हाट का आयोजन वोकल फॉर लोकल थीम को केंद्र बनाकर किया जा रहा है। हुनर हाट में असोम, आंध्र, बिहार, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, गोवा, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, झारखण्ड, कर्नाटक, केरल, लद्दाख मध्य प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, ओडिशा, पुडुचेरी, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु तेलंगाना, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से करीब 500 शिल्पचकार और दस्त कार शामिल हो रहे हैं।

आयोजन केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने किया है। आगे आने वाले सालों में हुनर हाट का आयोजन मैसूर, जयपुर, चंडीगढ़, इंदौर, मुंबई, हैदराबाद, नई दिल्ली, रांची, कोटा, सूरत/अहमदाबाद, कोच्चि, पुडुचेरी और अन्य स्थानों पर किया जाएगा। बताते चलें कि पिछ्ले साल हुनर हाट का आयोजन दिल्ली में किया गया था. जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिरकत की थी। लखनऊ के हुनर हाट में स्वदेशी हस्त निर्मित शानदार कलाकृतियां और उत्पाद, जैसे- अजरख, ऍप्लिक, आर्ट मेटल वेयर, बाघ प्रिंट, बाटि, बनारसी साड़ी, बंधेज, बस्तर की जड़ी बूटियां, ब्लैक पॉटरी, ब्लॉक प्रिंट, बेंतबांस के उत्पाद, चिकनकारी, कॉपर बेल, ड्राई फ्लावर्स, खादी के उत्पाद, कोटा सिल्क, लाख की चूड़ियां, लेदर, पश्मीना शाल, रामपुरी वायलिन, लकड़ी-आयरन के खिलौने, कांथा एम्ब्रोइडरी, ब्रास पीतल के प्रोडक्ट, क्रिस्टल ग्लास आइटम, चन्दन की कलाकृतियां आदि प्रदर्शन में होंगी।

इन सभी के साथ इस हाट में देश के पारंपरिक पकवानों का भी आप लुफ्त उठा पाएंगे। हर दिन देश के जाने माने कलाकार अलग-अलग सांस्कृतिक प्रस्तुति भी देंगे। जिसका थीम आत्मनिर्भर भारत रखा गया है। कार्यक्रम प्रस्तुति में मुख्य कलाकार कैलाश खेर, हमसर हयात, प्रेम भाटिया, मुकेश पंचोली, रेखा राज, मिर्ज़ा सिस्टर्स, भूपेंद्र भुप्पी, शिवानी कश्यप और विनोद राठौर का नाम शामिल है।