जम्मू-कश्मीर में शांति लाने के लिए लोगों का दिल जीतना जरूरी, फारूक अब्दुल्ला ने कहा- भारतीय मुसलमानों पर करें भरोसा

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में शांति तब तक हासिल नहीं की जा सकती जब तक आप लोगों का दिल नहीं जीत लेते। अब्दुल्ला नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने यह भी विचार व्यक्त किया कि भारत के पड़ोसियों को भी यह सोचना चाहिए कि हमें मिलजुल कर रहना चाहिए। अब्दुल्ला ने कहा कि आप जितने चाहें उतने सैनिक ला सकते हैं। लेकिन आप तब तक शांति नहीं ला सकते जब तक आप लोगों का दिल नहीं जीत लेते। फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि युद्ध से यह संभव नहीं है। आप जितने चाहें उतने सैनिक ला सकते हैं, लेकिन कश्मीर में तब तक शांति नहीं होगी जब तक हम अपने पड़ोसियों से बात नहीं करते और वे भी शांति से साथ रहने के लिए तैयार नहीं हैं।

यूक्रेन का हवाला देते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि आधुनिक युद्ध का मतलब है कि सामूहिक विनाश के हथियार पिछले 72 वर्षों में बनी हर चीज को नष्ट कर सकते हैं। “जब हम बात करते हैं तो उन्हें बुरा लगता है और हम किस बारे में बात कर रहे हैं?उन्होंने अपील की हम भारतीय मुसलमान हैं, चीनी, रूसी या अमेरिकी मुसलमान नहीं, हम पर विश्वास करें। एनसी नेता की तरफ से यह बयान तब आया जब ईडी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अब्दुल्ला की जांच कर रही थी। ईडी ने अब्दुल्ला को 31 मई को पूछताछ के लिए तलब किया है।

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अब्दुल्ला से यह पूछताछ जम्मू-कश्मीर क्रिकेट संघ (जेकेसीए) में कथित वित्तीय अनिमियतता के मामले में की जाएगी। उन्होंने कहा कि अब्दुल्ला ने 2019 में इसी मामले में अपना बयान दर्ज कराया था। ईडी ने इससे पहले भी करोड़ों रुपये के जम्मू-कश्मीर क्रिकेट संघ घोटाला मामले में अब्दुल्ला से पूछताछ की थी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 2011 और 2012 के बीच जम्मू-कश्मीर में खेल के प्रचार के लिए राज्य क्रिकेट संघ को 112 करोड़ रुपये दिए थे। यह आरोप लगाया गया था कि इस राशि में से 46.30 करोड़ रुपये का दुरुपयोग किया गया था।