किसानों को प्रशासन की चेतवानी, हिंसात्मक नहीं लोकतांत्रिक तरीके से करें विरोध

किसान आंदोलन को लेकर प्रशासन ने चेतावनी दी है कि हिंसात्मक गतिविधियां स्वीकार नहीं होगी, किसान अपना विरोध लोकतांत्रित तरीके से करें। शुक्रवार को उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने ड्यूटी मजिस्ट्रेटस को निर्देश दिए कि वे नियुक्त पुलिस अधिकारियों के साथ तालमेल स्थापित करते हुए संपर्क बनाये रखें।

मोतीलाल नेहरू स्कूल ऑफ स्पोर्ट्स राई (एमएनएसएस) में शुक्रवार को किसान आंदोलन के अंतर्गत कानून एवं व्यवस्था बनाये रखने के लिए नियुक्त किये गये ड्यूटी मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारियों की संयुक्त बैठक की गई। उन्होंने निर्देश दिए कि ड्यूटी मजिस्ट्रेट और उनके साथ नियुक्त पुलिस अधिकारी आपस में मोबाईल नंबरों का आदान-प्रदान करें। हर स्थिति को एक-दूसरे से सांझा करते हुए जिला प्रशासन को अवगत करवायें।

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पुलिस अधीक्षक जशनदीप सिंह रंधावा ने कहा कि कुंडली बार्डर पर हर प्रमुख स्थान पर पर्याप्त संख्या में पैरा मिलिट्री फोर्स व पुलिस बल की तैनाती की गई है। ड्यूटी की पुन: समीक्षा करें। किसी प्रकार के संसाधनों इत्यादि की आवश्यकता है तो जानकारी दें। विडियोग्राफर को अधिकारी साथ रखें। हर घटनाक्रम की विडियोग्राफी करवायें। यदि विडियोग्राफर उपलब्ध न हो तो मोबाईल में विडियो रिकॉर्डिंग करें। ड्रोन कैमरा व जरूरी स्थानों पर वायरलैस सैट रखे जायें। अतिरिक्त उपायुक्त मुनीश शर्मा, एएसपी उदय सिंह मीणा, एएसपी निकिता खट्टर, एसडीएम विजय सिंह, एसडीएम सुरेंद्रपाल, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त सुभाषचंद्र, शुगर मील के एमडी सुरेंंद्र दून, डीएसपी जोगेंद्र राठी, डीएसपी विरेंद्र सिंह आदि पुलिस एवं प्रशासनिक तथा विभागीय अधिकारी मौजूद थे।