किसान नेता ने उठाया कालाबाजारी का मुद्दा , आंदोलन ख़त्म करने के लिए केंद्र के सामने रखी शर्त

कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले छह महीने से चल रहा किसान आंदोलन बदस्तूर अभी भी जारी है। इस आंदोलन को ख़त्म करने के लिए केंद्र सरकार किये गए सारे जतन अभी तक नाकाफी साबित हुए हैं। एक तरफ जहाँ आंदोलन कर रहे किसान अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। वहीं केंद्र सरकार भी पीछे हटना का नाम नहीं ले रही है। इसी क्रम में भारतीय किसान यूनियन के किसान नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर केंद्र सरकार के सामने अपनी मांगों की शर्त रखते हुए बड़ा हमला बोला है।

किसान नेता ने ट्वीट कर बोला हमला

दरअसल, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि जिस तरीके से देश में दवाओं की कालाबाजारी होती है इस तरह अनाज की कालाबाजारी किसान नहीं देंगे। राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि किसान एक ही शर्त पर आंदोलन खत्म करेंगे। टिकैत ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक के बाद एक ट्वीट्स पर केंद्र सरकार पर हमला बोला है।

उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि इस आंदोलन में पूरे देश का किसान एकजुट है। दवाओं की तरह अनाज की नहीं होने देंगे कालाबाजारी।

यह भी पढ़ें: पीएम मोदी ने 77वीं बार लोगों को बताई ‘मन की बात’, गिनाई 7 सालों की उपलब्धि

राकेश टिकैत ने एक और ट्वीट में लिखा कि किसान दिल्ली की सीमाओं को छोड़ने वाला नहीं है, किसान एक ही शर्त पर लौट सकता है- तीनों कानून रद्द कर दो और एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर कानून बना दो।’