भूकंप आए तो घबराएं नहीं, इन तरीकों से खुद का और दूसरों का करें बचाव, जानिए कैसे

नेपाल और भारत की राजधानी सहित कई राज्यों में मंगलवार की देर रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. फिर उसके बाद बुधवार की सुबह उत्तराखंड-हिमाचल प्रदेश में भी भूकंप से धरती हिली, जिससे लोग घरों से बाहर निकल आए. दिल्ली-एनसीआर, यूपी-बिहार में मंगलवार की देर  रात करीब 01 बजकर 57 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी गई है है.

भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है और ये कब आ जाएगी ये किसी को पता नहीं चलता. भूकंप आए तो घबराने की बजाय थोड़ी सतर्कता के साथ हिम्मत दिखाना जरूरी होता है. जब भी भूकंप के झटके महसूस हो तो उसके बाद आपको कुछ सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए.

जब भी भूकंप आए तो क्या करें क्या न करें

जब भी भूकंप के झटके महसूस हो तो उसके बाद तुरंत फर्श पर बैठ जाएं और सिर को नीचे की तरफ झुकाकर रखें. बेहतर होगा कि आप किसी मजबूत टेबल या फर्नीचर की आड़ लेकर अपना बचाव करें.

घर के बुजुर्ग और बच्चों पर खास ध्यान रखें, उन्हें हौसला दें और बचाव के तरीके बताकर उन्हें सबसे पहले सुरक्षित करें.

अगर भूकंप का झटका बहुत तेज आए तो सावधानी से अपने घरों से बाहर निकलकर खुले मैदान या सड़क पर चले जाएं. अगर घर से निकलने का रास्ता संकरा है और दोनों ओर घर बने हुए हैं  तो बाहर निकलने की बजाए घर में ही रहें.

भूकंप आने पर कांच, खिड़की, पंखा या झूमर आदि जैसी किसी भी भारी और गिरने वाली चीज से दूर रहें. अगर आप बिस्तर पर लेटे हैं तो तकिये से अपने सिर को ढंक लें. बच्चों पर निगरानी रखें.

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घर से बाहर निकलकर खुले मैदान या सड़क पर खड़े हों तो इसका जरूर ध्यान रखें कि आसपास बिजली, टेलीफोन के खंभे या बड़े पेड़ तो नहीं.

अगर भूकंप आए और  उस वक्त अगर आप ड्राइव कर रहे हैं तो गाड़ी को किसी सुरक्षित स्थान पर रोक लें और कुछ देर गाड़ी में ही बैठे रहें.

हमेशा बहुत तेज भूकंप आने के  कुछ घंटों तक आफ्टर शॉक्स आ सकते हैं. इनसे बचने का इंतजाम पहले ही कर लें. आफ्टर शॉक्स आने की कोई तय अवधि नहीं होती है. ऐसी परिस्थितियों में धैर्य रखें और अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें.