शुगर लेवल चेक करते वक्त भूलकर न करें ये गलतियां, डायबिटीज रोगी रखें खास ध्यान

आजकल के अनियमित खान-पान और बढ़ते तनाव के चलते हर दूसरा व्यक्ति किसी न किसी बीमारी से ग्रसित है, जैसे भाग-दौड़ भरी जिंदगी और काम के तनाव के चलते लोग अपनी सेहत का ख्याल नहीं रख पाते है। जिसके कारण उनका शुगर लेवल प्रभावित होता है और वह डायबिटीज या मधुमेह जैसी बीमारी का शिकार हो जाते है। संख्या के लिहाज से डायबिटीज दुनिया की सबसे बड़ी बीमारियों में से एक है। बहुत सारे लोगों को तो इस बात का पता भी नहीं होता है कि उन्हें डायबिटीज है।

भारत में इसे शुगर की बीमारी भी कहते हैं। डायबिटीज हो जाने के बाद व्यक्ति को अपने ब्लड शुगर पर लगातार नजर रखनी पड़ती है, ताकि ब्लड शुगर बढ़ने या घटने पर उचित उपाय अपनाकर इसका लेवल मेनटेन किया जा सके। इसके लिए ग्लूकोज टेस्टिंग की जाती है। वैसे तो आजकल एडवांस ग्लूकोमीटर आ गए हैं, जिनसे रीडिंग सही आती है। लेकिन कई बार छोटी-मोटी गलतियों के कारण आपके ब्लड शुगर की रीडिंग कम आ सकती है, जिससे आपके स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है। आइए आपको बताते हैं ऐसे ही कुछ कारण जो गलत ग्लूकोज रीडिंग आने की वजह बन सकते हैं।

बहुत गर्मी या ठंड

अगर मौसम बहुत ज्यादा गर्म हो या ठंडा हो, तो आपका ग्लूकोमीटर गलत रीडिंग दे सकता है। ठंडे मौसम में रीडिंग कम आने और गर्म मौसम में रीडिंग ज्यादा आने की अशंका रहती है। इसलिए आपको कोशिश करनी चाहिए कि ऐसी जगह बैठकर ब्लड शुगर रीडिंग लें, जहां तापमान अपेक्षाकृत न ज्यादा गर्म हो, न ज्यादा ठंडा हो। ब्लड शुगर घटने या बढ़ने पर कई संकेत दिखते हैं, जिनके बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए।

बिना हाथ धोए शुगर चेक करना

एक्सपर्ट्स के अनुसार आपको हमेशा अपने हाथ धोकर ब्लड शुगर चेक करना चाहिए क्योंकि कई बार आपके हाथ में धूल, मिट्टी, एल्कोहल या मीठी चीज लगी होने के कारण रीडिंग गलत आती है। अगर आपने ब्लड शुगर चेक करने से थोड़ी देर पहले कुछ खाया है, तो जाहिर है, उसका कुछ हिस्सा आपकी उंगलियों में चिपका रह जाएगा, जो रीडिंग गलत कर सकता है। इसलिए हमेशा हाथों को अच्छे से धोकर ही रीडिंग लें।

हाथ में पानी लगा होना

हाथ को सिर्फ धोना नहीं, बल्कि अच्छी तरह सुखाना भी जरूरी है। ब्लड शुगर की रीडिंग के समय अगर आपके हाथ गीले हैं या उंगली में पानी लगा है, तो रीडिंग गलत आ सकती है। इसका कारण यह है कि ब्लड के साथ पानी के मिलने से ब्लड डायल्यूट हो जाता है और रीडिंग गलत आ जाती है।

अगर आपको प्यास लगी है

शरीर में पानी की कमी हो यानी आपको प्यास लगी हो, तो रेड ब्लड सेल की संख्या कम हो जाती है। ऐसे में अगर आपने देर से पानी नहीं पिया है, तो आपकी रीडिंग गलत आ सकती है। तो पानी पीते रहें। पानी आपके ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने के लिए भी जरूरी है।

खाने के तुरंत बाद ब्लड शुगर चेक करना

अगर आप खाने के तुरंत बाद अपना ब्लड शुगर चेक करते हैं, तो आपका ब्लड शुगर हमेशा बढ़ा हुआ आएगा। इसलिए कभी भी आपको खाना, नाश्ता या कोई भारी चीज खाने के बाद तुरंत ब्लड शुगर नहीं चेक करना चाहिए। हमेशा खाने के 2-3 घंटे बाद ही ब्लड शुगर चेक करें या फिर अपने डॉक्टर से इस बारे में राय लें कि आपके लिए ब्लड शुगर चेक करने का सही समय क्या है।

यह भी पढ़ें: अनार के छिलके के फायदे जानकर हो जाएंगे हैरान, नहीं करेंगे कूड़े में फेकने की गलती

एक्सपायर हो चुकी स्ट्राइप्स का इस्तेमाल

ब्लड शुगर चेक करने के लिए जिन स्ट्राइप्स का इस्तेमाल किया जाता है, उनका बॉक्स खोलने के बाद उन्हें इस्तेमाल करने का एक निश्चित समय होता है, जो आमतौर पर एक महीना होता है। इसलिए बॉक्स को देखकर सुनिश्चित कर लें कि आप जिस स्ट्राइप का इस्तेमाल कर रहे हैं, वो एक्सपायर नहीं है, अन्यथा रीडिंग गलत आ सकती है।