बस में सवारी बैठाने को लेकर कंडक्टर आपस में भिड़े

लखनऊ।कैसरबाग बस अड्डे पर रविवार दोपहर बस में सवारी बैठाने को लेकर दो बस कंडक्टर आपस में भिड़ गए। प्लेटफार्म नंबर एक पर सवारी के इंतजार में खड़े बस कंडक्टर को लखीमपुर डिपो के बस चालक और परिचालक ने मिलकर लोहे के राड से कैसरबाग डिपो के बस कंडक्टर को मारा। इस मामले में कार्रवाई को लेकर बस कंडक्टर ने बस अड्डे के वरिष्ठ केंद्र प्रभारी को शिकायती पत्र दिया है।


पत्र में संविदा बस कंडक्टर सुधांशु दीक्षित ने लिखा है कि कैसरबाग डिपो की बस नंबर यूपी 34 टी 9279 पर यात्री बैठा रहा था। इस बीच लखीमपुर डिपो के बस नंबर यूपी 31 टी 3982 पर तैनात ड्राइवर और कंडक्टर ने सवारी बैठाने को लेकर कहासुनी की और मारपीट करने लगे। इससे बस कंडक्टर के पैर, सर व गले में चोट लगी। कैसरबाग बस अड्डे पर हुई मारपीट मामले को लखीमपुर डिपो के एआरएम को अवगत कराया गया है।    दिव्यांग यात्रियों को प्रार्थना पत्र पर बस में सफर नहीं
लखनऊ। रोडवेज बसों में दिव्यांग यात्री आवेदन पत्र की रसीद दिखाकर बस में सफर नहीं कर सकेंगे। जब तक कि दिव्यांगता का प्रमाण पत्र साथ में न हो। इस संबंध में क्षेत्रीय प्रबंधक प्रबंधक ने सभी बस कंडक्टरों को आदेश दिया है कि दिव्यांगता के लिए किस गए आवेदक रसीद पर दिव्यांग यात्री बस में नि:शुल्क यात्रा के पात्र नहीं होंगे। ऐसे दिव्यांग यात्री बस में सफर करते पकड़े गए तो इसके जिम्मेदार बस कंडक्टर होंगे। बीते दिनों इटावा डिपो की एक बस में दिव्यांग प्रमाण पत्र निर्गमन के आवेदन की प्राप्त रसीद पर यात्रा करते हुए पकड़ा गया था। तभी इस संबंध में एआरएम राजेश सिंह की ओर से जारी पत्र में निर्देश दिए गए कि रोडवेज बसों में नि:शुल्क यात्रा का पात्र दिव्यांग यात्री सीएमओ द्वारा जारी दिव्यांगता प्रमाण पत्र के दिखाने पर ही दिव्यांग यात्रियों को सफर कराए। 
ड्राइवर-कंडक्टरों की मांगों पर एमडी को चेतावनी नोटिस
परिवहन निगम
लखनऊ। रोडवेज के चालक परिचालकों की मांगों पर एक बार फिर यूनियनें सक्रिय हो रही हैं। रविवार को चारबाग बस अड्डे पर संपन्न हुई सेंट्रल रीजनल वर्कशाप कर्मचारी संघ की बैठक में संविदा ड्राइवर व कंडक्टरों के उत्पीड़न के मुद्दे पर चर्चा हुई। बैठक के अंत में कर्मचारी संघ के महामंत्री जसवंत सिंह ने छह सूत्री मांगों को लेकर एमडी को चेतावनी नोटिस दी है।
नोटिस में परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक को अवगत कराया गया है कि पूर्व में दिए गए ज्ञापन में कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान अभी तक नहीं हुआ है। निगम प्रशासन के इस रवैये से कर्मचारियों में गुस्सा है। बैठक में आए संघ के पदाधिकारियों ने समय रहते कर्मचारियों की मांगों को निगम प्रशासन संज्ञान में नहीं लेता है तो आगामी दिनों में किसी भी कार्य दिवस में मुख्यालय समेत प्रदेश भर के क्षेत्रों में धरना प्रदर्शन करने की धमकी दी है।