सीएम योगी ने किया ‘अभ्युदय योजना’ का शुभारम्भ, परीक्षार्थियों को मिलेगी नि:शुल्क कोचिंग

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं को  प्रतियोगी परीक्षाओं की नि:शुल्क कोचिंग के लिए सोमवार को ‘अभ्युदय योजना’ का शुभारम्भ किया। इस दौरान उन्होंने योजना में पंजीकृत अभ्यर्थियों से संवाद भी किया। औपचारिक शुभारम्भ के बाद मंगलवार से सभी मंडलों में फिजिकल और वर्चुअल क्लास शुरू हो जाएंगी। इस योजना के तहत छात्रों को सिविल सर्विस, नीट, जेईई, एसएससी, एनडीए व सीडीएस, बैकिंग व टीईटी सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क कोचिंग दी जाएगी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अभ्युदय योजना, उत्कर्ष का मार्ग प्रशस्त करने की उत्तर प्रदेश सरकार की अभिनव योजना है। जो प्रदेश के युवाओं के लिए समर्पित है। मुझे यह योजना युवाओं को समर्पित करते हुए आनंद की अनुभूति हो रही है। अभ्युदय योजना के अंतर्गत 16 फरवरी वसंत पंचमी से प्रदेश में क्लासेज शुरू होंगी। जिन युवाओं का संक्षिप्त टेस्ट से सेलेक्शन हुआ है उन्हें मंडल मुख्यालय में क्लास अटेंड करने का अवसर मिलेगा।

उन्होंने कहा कि लक्ष्य बड़ा रखो और आगे बढ़ते रहो। युवाओं को जिस भी फील्ड में जाना हो उसकी शुरुआत अच्छी करें, उसकी बुनियाद इतनी मजबूत हो कि वह आपको ताकत देती रहे। अभ्युदय योजना के पीछे भी यही भाव रखा गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के दौरान उन्होंने कोटा में फंसे हुए युवाओं की पीड़ा को देखा था। उन स्थितियों में वह खुद को रोक नहीं पाये और उत्तर प्रदेश सरकार ने राजस्थान में फंसे युवाओं के लिए बसें उपलब्ध कराई थीं।। मुख्मयंत्री ने कहा कि कोटा में फंसे युवाओं की पीड़ा को देखते हुए हमने सोचा कि अगर प्रदेश में कोचिंग की सुविधा उपलब्ध करवाएं तो उसके बेहतर परिणाम मिलेंगे। बेहतर शिक्षा के लिए अच्छी फैकेल्टी कहीं भी उपलब्ध करवाई जा सकती है। हमने कुछ अलग करके दिखाया।

इस क्षेत्र के विशेषज्ञों के साथ ही जिन्होंने अपनी सफलता का परचम लहराया है उन्हें भी इससे जोड़ा है। अपने सभी आईएएस अफसर, आईपीएस अफसर, आईएफएस अफसर, पीसीएस अफसर सहित मेडिकल, आईआईटी के विशेषज्ञों को भी इससे जोड़ा है। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताते हुए कहा कि योजना की शुरुआत अच्छी हुई है, इसके परिणाम भी बहुत अच्छे होने जा रहे हैं। आने वाले दो-तीन वर्षों में हर क्षेत्र में उत्तर प्रदेश का युवा छाया हुआ दिखाई देगा।

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उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में आपने व्यापक परिवर्तन देखे होंगे। इस परिवर्तन का आधार ऑपरेशन कायाकल्प है। आज प्रदेश के अंदर 90 हजार बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में ऑपरेशन कायाकल्प से अमूलचूल परिवर्तन किया गया है।