कल्याण सिंह के त्रयोदशाह संस्कार में शामिल हुए सीएम योगी, किया बड़ा ऐलान

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कई राज्यों के राज्यपाल समेत कई नेताओं ने बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के त्रयोदशाह संस्कार में भाग लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने घोषणा की कि बुलंदशहर में कल्याण सिंह के नाम मेडिकल कॉलेज बनेगा। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि लखनऊ का कैंसर संस्थान भी स्वर्गीय बाबू जी के नाम से होगा। वहां पर उनकी एक प्रतिमा भी लगेगी।

सीएम योगी ने कहा- कल्याण सिंह ने निभाया अपना संकल्प

अलीगढ़ के अतरौली स्थित केएमवी इंटर कॉलेज में कल्याण सिंह का त्रयोदशाह संस्कार कार्यक्रम आज हो रहा है। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए योगी ने कहा कि कल्याण सिंह ने एक छोटे से गांव में जन्म लेकर समाज सेवा का जो संकल्प लिया था, उसे उन्होंने जीवन भर निभाया।

योगी ने कहा कि उप्र के मुख्यमंत्री और दो राज्यों के राज्यपाल के रुप में उन्होंने अपने दायित्वों का पूरी ईमानदारी के साथ निर्वहन किया था। उप्र के मुख्यमंत्री रहते हुए वर्ष 1992 में अयोध्या में श्रीराम मंदिर के लिए विवादित ढांचे के मामले में कल्याण सिंह ने पूरी जिम्मेदारी अपने ऊपर ली और तत्काल मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। योगी ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन काल में ही श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण का कार्य होता देख भी लिए थे।

इससे पूर्व त्रयोदशाह संस्कार कार्यक्रम में पहुंचते ही मुख्यमंत्री योगी ने सर्वप्रथम पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की पत्नी रामवती के पैर छूकर उनका आर्शीवाद लिया। कार्यक्रम में राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, उत्तराखंड की राज्यपाल श्रीमती बेबीरानी मौर्य, उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सांसद साक्षी महाराज, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, संगठन महामंत्री सुनील बंसल समेत तमाम नेताओं ने कल्याण सिंह के चित्र पर श्रद्धा सुमन अपर्ति किए।

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गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का 21 अगस्त को निधन हो गया था। नरौरा स्थित गंगा घाट पर 23 अगस्त को उनका अंतिम संस्कार हुआ था। आज त्रयोदशाह संस्कार कार्यक्रम शांति पाठ से शुरू हुआ। आचार्य राकेश मुखरैया ने इस दौरान हवन कराया, जिसमें कल्याण सिंह के सांसद पुत्र राजवीर सिंह, उनके नाती प्रदेश के वित्त राज्यमंत्री संदीप सिंह और परिवार के अन्य सदस्यों ने वैदिक रीति से पूरा क्रिया कर्म किया।