CM योगी आदित्यनाथ ने ‘वृक्षारोपण अभियान-2023’ के तहत 5 करोड़ पौधे लगाए, अमृत वाटिका का किया लोकार्पण

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज ‘वृक्षारोपण अभियान-2023’ के अंतर्गत पांच करोड़ पौधों के पौधरोपण का शुभारंभ किया। उन्होंने इस महत्वपूर्ण अभियान के माध्यम से प्रकृति की रक्षा करने का महत्व बताया और देश में पर्यावरण संरक्षण के लिए नए संकल्प लेने की अपील की।

CM ने बताया वृक्षारोपण से होने वाले लाभ
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रकृति की सुरक्षा करने से ही हम परमात्मा की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और आपदाओं से मुक्त हो सकते हैं। वे मान्यता देते हैं कि हरे-भरे वृक्ष हमें प्रकृति और परमात्मा से जोड़ते हैं। इसके साथ ही, उन्होंने भारतीय मानसिकता की महत्वपूर्णता पर भी बल दिया और बताया कि भारतीय संस्कृति में वृक्षों को पवित्र माना जाता है। आपको बता दे, वृक्षारोपण अभियान के तहत, सीएम योगी ने विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए, जिनमें तीन पवित्र वृक्षों (पीपल, पाकड़ और बरगद) को शामिल किया गया। उन्होंने इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को भी तीन पौधे लगाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। विभिन्न नक्षत्र वाटिकाओं और नवग्रह वाटिकाओं में भी वृक्षों का पौधरोपण किया गया।

CM ने PM मोदी के आह्वान को दिलाया याद
इस महत्वपूर्ण अवसर पर, सीएम ने भी पीएम मोदी के आह्वान को याद दिलाया, जिन्होंने प्रत्येक भारतवासी से संकल्प लेने की अपील की थी। उन्होंने इसके साथ ही ‘माटी को नमन-वीरों का वंदन’ कार्यक्रम का शुभारंभ भी किया, जिसमें वे प्रत्येक नागरिक के कर्तव्यों की महत्वपूर्णता पर बल दिए गए। अमृत वाटिका का लोकार्पण भी आज हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों को नए संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया।

जाने, अमृत स्तंभ का महत्त्व
आपको बता दे, अमृत स्तंभ का वर्णन करते हुए मुख्य सचिव ने बताया कि इसमें 75 पौधे लगाए गए हैं और वो 75 की संख्या भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सालों को स्मरण में रखते हुए चयनित की गई है। इसी के साथ आपको बता दे, इस महत्वपूर्ण अभियान के माध्यम से प्रकृति संरक्षण के महत्व को बताने के साथ ही, सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों से नए संकल्प लेने की अपील की और आजादी के अमृत महोत्सव में सभी का सहयोग करने की प्रेरणा प्रदान की।

यह भी पढ़े : वृंदावन दुर्घटना : श्रीबांके बिहारी मंदिर के पास अचानक जर्जर मकान ढहने से पांच की मौत, चार घायल