चीन ने अमेरिका पर लगाया इजरायल-फलस्तीन के खूनी संघर्ष का इल्जाम, UN से की बड़ी मांग

चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से इजरायल और गाजा के हमास शासकों के बीच हिंसा जल्द से जल्द खत्म कराने की मांग की है। उन्होंने परिषद द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई ना किए जाने के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया है। चीन की सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने वांग के हवाले से कहा, ‘यह खेदजनक है कि परिषद अभी तक किसी भी समझौते पर नहीं पहुंची है।’

इसके साथ ही वांग ने कहा है, ‘अमेरिका अंतरराष्ट्रीय न्याय के विरुद्ध खड़ा है’। वांग ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से शनिवार को फोन पर की बातचीत में यह बात कही है। उन्होंने दो-राष्ट्र के समझौते का समर्थन किया और कहा कि इस महीने सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष चीन सभी पक्षों से उम्मीद करता है कि रविवार को जब परिषद इस संघर्ष पर चर्चा करें तो वे एकसुर में आवाज उठाएं।

वार्ता बहाल करने का अनुरोध

वांग ने कहा कि सुरक्षा परिषद को दो-राष्ट्र के समाधान की पुन: पुष्टि करनी चाहिए और फलस्तीनियों और इजरायलियों से इस आधार पर जल्द से जल्द वार्ता बहाल करने का अनुरोध करना चाहिए। दूसरी ओर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की है। बाइडेन ने अब्बास के अलावा इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से भी फोन पर बात की है। उन्होंने दोनों नेताओं से जारी संघर्ष को लेकर चिंता जताई है।

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7 मई को शुरू हुई हिंसा

आपको बता दें ये पूरा विवाद 7 मई को शुरू हुआ था। इस दिन अल-अक्सा मस्जिद के परिसर में इजरायली पुलिस और फलस्तीनी प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई थी। इसके बाद 10 मई को फलस्तीनियों के चरमपंथी संगठन हमास ने इजरायल की ओर रॉकेट हमले करना शुरू कर दिया। इसके जवाब में इजरायल ने भी हमास के ठिकानों पर रॉकेट हमले किए। दोनों ओर हो रहे हमलों के कारण बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है और लोग घायल भी हुए हैं। इसके अलावा इमारतों को भा काफी नुकसान पहुंचा है।