पारंपरिक मिर्जापुरी कजरी और बिरहा के रंग से सजेगा अमर शहीदों का उत्सव

लखनऊ उत्तर प्रदेश के लोक कलाकार लोक पारंपरिक गायकी और नृत्य के जरिये देश के अमर शहीदों को नमन करेंगे। जिसमें देशभक्ति पर आधारित पारंपरिक लोक गायन व नृत्य की प्रस्तुतियां होंगी। संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के लोक जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान लखनऊ और अयोध्या शोध संस्थान की ओर से ‘जरा याद करो कुर्बानी’ समारोह का आयोजन आजादी की पूर्व संध्या पर होगा। समारोह का आयोजन स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव व अमृत महोत्सव के तहत होगा। समारोह गोमती नगर के अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संस्थान सभागार में शाम 5 बजे होगा।

समारोह में अवध की दुर्लभ पारंपरिक मिर्जापुरी, मिर्जापुरी, बनारसी, अवधी और भोजपुरी की प्रचलित क्षेत्रीय कजरी का गायन होगा। दुर्लभ पारंपरिक वाद्य यंत्रों के वादन के अलावा देवी झूला गीत, ओज के स्वरों में ढला पांरपरिक बिरहा गायन की प्रस्तुतियां होंगी। कार्यक्रम में प्रयागराज की सोनाली चक्रवर्ती व साथी कलाकार ‘ एक प्रस्तुति वीर जवानों के नाम “ में प्रदेश के लोक गीतों पर आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत करेंगी। रायबरेली के लोक गायक जगन्नाथ यादव ‘पारंपरिक बिरहा गायन’ करेंगे। लोक गायिका रंजना मिश्रा ‘रंग आजादी के’ शीर्षक प्रस्तुति में लोक गायकी के रंग पेश करेंगी। पुनीत मित्तल ‘वतन के वास्ते’ नृत्य अभिनय की प्रस्तुति करेंगे।