वसूली मामला: अपने ही अधिकारी पर चला सीबीआई का चाबुक, अनिल देशमुख का वकील भी गिरफ्तार

सेंट्रल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (सीबीआई) ने 100 करोड़ वसूली मामले में अपने अधिकारी सहित महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के वकील को गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई ने इन दोनों को रिपोर्ट लीक करने के मामले में बुधवार देर रात गिरफ्तार किया है। सीबीआई दोनों को गुरुवार को कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही है।

सीबीआई ने रिपोर्ट लीक होने के बाद कसा शिकंजा

सीबीआई ने बुधवार रात वसूली मामले की रिपोर्ट लीक करने के मामले में अनिल देशमुख के दामाद गौरव चतुर्वेदी व अनिल देशमुख की लीगल टीम के वकील आनंद डांगा को हिरासत में लिया था। इसके बाद 20 मिनट तक पूछताछ करने के बाद सीबीआई ने गौरव चतुर्वेदी को छोड़ दिया था और आनंद डांगा से पूछताछ जारी रखी।

देर रात सीबीआई ने आनंद डांगा और गौरव चतुर्वेदी से की गई पूछताछ के आधार अपने विभाग के ही पुलिस उपनिरीक्षक दर्जे के अधिकारी अभिषेक तिवारी व वकील आनंद डांगा को गिरफ्तार कर लिया। इन दोनों पर वसूली मामले की जांच को प्रभावित करने का आरोप है। वकील डांगा पर जांच प्रभावित करने के लिए रिश्वत देने व सीबीआई अधिकारी पर रिश्वत लेने का आरोप है।

सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी ने बताया कि रिपोर्ट लीक मामले में इन दोनों की गहन छानबीन जारी है। सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने रिपोर्ट लीक मामले में अभिषेक तिवारी के गृह जिले प्रयागराज व दिल्ली में भी रात को छापेमारी की है। लेकिन इसकी अधिकृत जानकारी सीबीआई ने नहीं दी है।

उल्लेखनीय है कि पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर प्रतिमाह 100 करोड़ रंगदारी वसूली का टारगेट देने का आरोप लगाया था। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है।

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सीबीआई की ओर से अनिल देशमुख को क्लीन चिट दिए जाने की खबर मीडिया में प्रकाशित हुई थी। इसके बाद सीबीआई ने स्पष्ट कर दिया था कि अनिल देशमुख को किसी तरह की क्लीन चिट नहीं दी गई। इसके बाद सीबीआई ने रिपोर्ट लीक होने की जांच की और अपने ही अधिकारी तथा अनिल देशमुख के वकील को गिरफ्तार किया है।