बीजेपी सांसद ने ओवैसी को बताया भगवान श्रीराम का वंशज, कहा ‘वो है क्षत्रिय’

नई दिल्ली: जैसे-जैसे विधान सभा चुनाव की तिथियां नजदीक आ रही है वैसे राजनेताओं के बयानों का दौर भी तेज हो गया है. भारतीय कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष व कैसरगंज के बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने आज गोंडा में ओवैसी को अपना पुराना मित्र बताया. उन्होंने कहा कि ओवैसी क्षत्रिय है, वो ईरान वाले नहीं है बल्कि भगवान श्रीराम के वंशज हैं.

अपने बेटे के लिए वोट मांगने पहुंचे थे बीजेपी सांसद

जानकारी के मुताबिक, बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह अपने बेटे और बीजेपी प्रत्याशी प्रतीक भूषण सिंह के समर्थन में जनसभा में पहुंचे थे. उन्होंने मंच से विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर प्रतीक जीत करके जाएंगे तो वो गरीब के लिए काम करेंगे और मोदी के बगल खड़े होंगे और दूसरा कोई जीतकर जाएगा तो जिन्ना की विचारधारा के बीच खड़ा होगा.

देश का ध्यान भटकाने के लिए है हिजाब मुद्दा

हिजाब मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि ‘कुछ लोग हिजाब लेकर आ गए, ये लोग कहते हैं कि ये हमारा धर्म है मजहब है ठीक है लेकिन हमारे जैन संप्रदाय के लोग हैं जो वस्त्र नहीं पहनते हैं, नागा संप्रदाय के लोग हैं जो वस्त्र नहीं पहनते लेकिन वह समाज के लिए पहनते हैं ढक कर रखते हैं वो भी थोड़ा कुछ ना कुछ जरूर पहनते हैं सबकी अपनी मर्यादा होती है.’ उन्होंने इशारे में बताते हुए कहा कि ‘अगर वो हिजाब बांधने को अडिग हैं तो कल हमारे बच्चे ये कह दें कि हम जैन संप्रदाय से हैं हम नंगे जाएंगे, तो क्या करोगे. इसलिए देश का ध्यान भटकाने के लिए, मोदी जी के द्वारा शुरू किए गए काम को कैसे रोका जाए इसके लिए रोज नए नए मामले लेकर आ जाते हैं.’

 

वंशवाद के मुद्दे पर कांग्रेस और सपा को घेरा

वंशवाद के मुद्दे पर बोलते हुए बीजेपी सांसद ने कहा कि ‘मोतीलाल का लड़का जवाहरलाल जवाहरलाल के बाद इंदिरा गांधी इंदिरा गांधी के बाद संजय गांधी संजय गांधी के बाद राजीव गांधी राजीव गांधी के बाद सोनिया गांधी सोनिया गांधी के बाद राहुल गांधी राहुल गांधी का खाता अभी क्लोज चल रहा है बंद है इसलिए आगे नहीं बढ़ पाया. यही हाल मुलायम परिवार का है यही हाल लालू परिवार का है ठाकरे परिवार का है यही हाल पासवान परिवार का है, यही हाल सभी पार्टियों का है.

 

अखिलेश और ओवैसी की है लड़ाई

ओवैसी का झगड़ा अखिलेश यादव से है. क्योंकि अखिलेश मुसलमान का वोट चाहते तो हैं खुलकर के मुसलमानों को यह क्रेडिट नहीं देना चाहते, मुसलमान नेताओं को बैठाना नहीं चाहते हैं और अखिलेश तैयार नहीं है. अखिलेश एक नंबर का धोखेबाज है बाप को धोखा दे दिया चाचा को धोखा दे दिया. धोखा देना उसका काम है स्वामी प्रसाद मौर्या को भी धोखा दे दिया स्वामी प्रसाद मौर्या भी लूट गए. उनको कुछ मिला नहीं 20-30 सीट के वादों को लेकर गए थे. ओवैसी की लड़ाई और अखिलेश की लड़ाई इसलिए है कि मुस्लिम की लीडरशिप किसके हाथों होनी चाहिए.