बिकरु कांड: विकास दुबे के खास लोगों के आरोपितों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त

कानपुर देहात। बहुचर्चित बिकरु कांड। इसके साजिशकर्ता विकास दुबे के खास लोगों पर कसा जा रहा शिकंजा। कानपुर देहात के जिला पंचायत सदस्य गुड्डन त्रिवेदी उसमें से एक हैं। उनके साथ ही रूरा के मंडौली शराब कांड के आरोपितों लमेत चार लोगों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिए गए।

बिकरू कांड

असलहों के लाइसेंस निरस्त

बिकरु कांड में विकास दुबे के खास लोगों में कुढ़वा के जिला पंचायत सदस्य अरविंद त्रिवेदी उर्फ गुड्डन का नाम सामने आया था। विकास के उनके यहां छिपे होने के शक में एसटीएफ ने घर में छापा भी मारा था। बाद में गुड्डन को मुम्बई के ठाणे में गिरफ्तार किया गया था। गुड्डन के पास रायफल व दोनाली बंदूक के लाइसेंस थे  जिनको पहले डीएम ने निलंबित किया था। मामले में सुनवाई के बाद डीएम ने उनके दोनों लाइसेंस निरस्त कर दिए।

इसी तरह दो साल पहले रूरा थाना क्षेत्र के मड़ौली गांव में जहरीली शराब कांड में आरोपित हुए पूर्व राज्यमंत्री रामस्वरूप सिंह गौर के नाती विनय सिंह की पिस्टल, उसके भाई नीरज सिंह गौर की रायफल व पिस्टल के लाइसेंस भी निरस्त कर दिए। मंगलपुर थाना क्षेत्र के परहुली गांव निवासी दीपक चतुर्वेदी भी शराब कांड में आरोपित है, डीएम डॉ दिनेश चंद्र ने उसका शस्त्र लाइसेंस भी निरस्त कर दिया।