लखनऊ कोर्ट की सुरक्षा को लेकर बड़ी लापरवाही आई सामने, मेटल डिटेक्टर और CCTV खराब

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में कोर्ट परिसर में गैंगस्टर संजीव जीवा की पेशी के दौरान हत्या कर दी गई। संजीव जीवा मुख्तार अंसारी का करीबी था। संजीव जीवा की हत्या को अंजाम देने वाले आरोपी की पहचान विजय यादव के रूप में हुई है। विजय यादव जौनपुर का रहने वाला था। वहीं संजीव जीवा ब्रह्मदत्त मर्डर केस का मुख्य आरोपी था। कोर्ट परिसर में संजीव जीवा पर फायरिंग की गई थी, जिसके बाद जीवा की मौके पर मौत हो गई। इस हत्याकांड की पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। इसी बीच कोर्ट की सुरक्षा को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है।

सुरक्षा को लेकर बड़ी लापरवाही दिखी

लखनऊ में गैंगस्टर संजीव जीवा की हत्या ने सबको चौंका दिया। कोर्ट परिसर में संजीव जीवा पर फायरिंग की गई। इस केस को लेकर पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। इसी बीच कोर्ट की सुरक्षा को लेकर बड़ी लापरवाही दिखी है। दरअसल कोर्ट में लगे मेटल डिटेक्टर खराब थे.. काम नहीं कर थे। इसके साथ ही कई कई सीसीटीवी भी खराब पाए गए।

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शूटर ने 8 गोलियां दांगी

गैंगस्टर संजीव जीवा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ चुकी है उनके शरीर में 16 एंट्री एग्जिट प्वाइंट थे, जिससे साफ है कि शूटर ने 8 गोलियां दागीं। जीवा सीने में 6 गोलियां लगी। वहीं 2 गोलियां बाएं हाथ में लगी।वहीं जीवा हत्याकांड के बाद कोर्ट परिसर की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। किसी बाहरी व्यक्ति को अंदर जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। एसआईटी की टीम मामले की जांच कर रही है।