बड़ी सौगात: अब यूपी के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी नहीं रहेगी, मोदीनगर में ऑक्सीजन प्लांट शुरू

प्रतिदिन 15000 सिलेंडर भरने की क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट का मुख्यमंत्री ने किया आनलाइन उदघाटन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को गाजियाबाद के मोदीनगर में ऑक्सीजन प्लांट का ऑनलाइन उद्धाटन किया। निजी क्षेत्र के इस ऑक्सजीन प्लांट के शुरू होने के बाद कोविड-19 अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी दूर होगी।

300 करोड़ की लागत से तैयार हुआ ऑक्सीजन प्लांट

करीब 300 करोड़ रुपए की लागत से तैयार इस ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता प्रतिदिन 15000 सिलेंडर भरने की होगी। यहां उच्च क्वालिटी की लिक्विड ऑक्सीजन बनेगी, जिसका इस्तेमाल मरीजों के साथ-साथ स्पेस शटल में हो सकता है। इस साल 2018 में हुए इन्वेस्टर्स समिट की बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है।

यूपी इंवेस्टर्स समिट के दौरान इसके लिये किया गया था निवेश

सीएम योगी आदित्यनाथ इसके पहले भी कह चुके हैं कि कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था के इंतजाम किए जाएं। इसके लिए बैकअप रखा जाए। जिससे जरूरत पर इसका इस्तेमाल किया जा सके। मुख्यमंत्री की इसी मंशा के अनुरूप इस प्लांट को शुरू किया गया है। बता दें कि साल 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में यूपी में इन्वेस्टर्स समिट के दौरान इसके लिए इसके लिए निवेश हुआ था। अब 2 साल बाद इस प्लांट का सीएम योगी के हाथों उद्धाटन किया गया है।

आक्सीजन प्लांट की क्षमता 149 मीट्रिक टन प्रतिदिन की

इस आक्सीजन प्लांट की क्षमता 149 मीट्रिक टन प्रतिदिन की होगी। यह प्रदेश की आवश्यकता का 40 % ऑक्सीजन का उत्पादन खुद करेगा। इसके अतिरिक्त नए उत्पादकों के आगे आने से इस समस्या का स्थायी समाधान हो सकेगा।

फोटो- साभार गूगल

कोरोना संक्रमितों की संख्या को देखते हुए आक्सीजन की आवश्यकता बढी है

प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या को देखते हुए आक्सीजन की आवश्यकता बढती जा रही है। उसी अनुपात में ऑक्सीजन की मांग बढ़ रही है। इसी को ध्यान में रखकर योगी सरकार प्रदेश में ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति के लिए नए उपायों पर विचार कर रही है। यह आक्सीजन प्लांट उसी योजना का एक हिस्सा है।