बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने दुर्गा पंडाल पर हमले के बीच भारत को दी ये ‘नसीहत’

बांग्लादेश में बुधवार को कोमिल्ला जिले में दुर्गा पूजा समारोह के दौरान पंडालों में हुई तोड़फोड़ और हिंदू मंदिरों पर हमले की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कड़ी निंदा की। शेख हसीना ने चेतावनी देते हुए कहा कि जो कोई भी इस हमले में शामिल हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा चाहे वो किसी भी धर्म के हों। शेख हसीना ने इसके साथ ही भारत को भी सतर्क रहने के लिए कहा है। बीबीसी बांग्ला की रिपोर्ट के मुताबिक, शेख हसीना ने कहा कि भारत में भी ऐसा कुछ नहीं होना चाहिए जिसका असर बांग्लादेश पर हो और वहां के हिंदू समुदाय को नुकसान पहुंचे।


बांग्लादेश के चांदीपुर के हाजीगंज उपजिला में बुधवार को दुर्गा पूजा समारोह के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिंसा में 3 लोगों की मौत हो गई और करीब 60 लोग घायल हो गए। रिपोर्ट्स के अनुसार, एक फेसबुक पोस्ट में कुरान के कथित अपमान के कारण हिंसा भड़की थी और इसके बाद कई दुर्गा पूजा पंडालों में तोड़फोड़ हुई। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ढाका में ढाकेश्वरी नेशनल टेंपल में हुए कार्यक्रम में शामिल हुईं। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, कोमिल्ला जिले में हुई घटना की जांच की जा रही है। हिंदू मंदिरों में और दुर्गा पूजा के पंडालों में जिसने भी हमला किया है, उनमें से किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि इन उपद्रवियों का धर्म कौन सा था। शेख हसीना ने हमले में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन देते हुए भारत से भी एक अपील की।


‘भारत में ऐसा कुछ ना हो कि बांग्लादेश के हिंदू प्रभावित हों’


बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा, दुनिया भर में आतंकी गतिविधियों का उभार हो रहा है। ना केवल हमारे देश को बल्कि पड़ोसी देशों को भी इसे लेकर सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने कहा, भारत ने हमारी आजादी की लड़ाई में बहुत मदद की है और इसके लिए हम हमेशा कृतज्ञ रहेंगे। लेकिन भारत में भी ऐसा कुछ नहीं किया जाना चाहिए जिसका असर हमारे देश पर पड़े और हमारे देश के हिंदू समुदाय के लोगों को नुकसान पहुंचे। उन्हें भी इसे लेकर थोड़ी सतर्कता बरतने की जरूरत है।


‘बांग्लादेश की प्रगति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश’


बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने उपद्रवियों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि ये वो लोग हैं जो दूसरों का विश्वास नहीं जीत पाते हैं और जिनकी किसी तरह की कोई विचारधारा नहीं होती है, वही लोग ऐसे हमलों को कराते हैं। हमें इस मामले में काफी जानकारियां मिल रही हैं। हम निश्चित तौर पर उन लोगों को ढूंढ निकालेंगे जिन्होंने ये हमला किया है। ये दौर टेक्नोलॉजी का है। हमने पहले भी ऐसा किया है और हम भविष्य में भी ऐसा करते रहेंगे। उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी ताकि भविष्य में लोग इस तरह की घटना को ना दोहरा सकें।


शेख हसीना ने लोगों से भी अपील की कि ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ उन्हें चौकन्ना रहना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि बांग्लादेश में लोग जात-पात और धर्म से ऊपर बढ़कर सभी त्योहारों को एक साथ मनाते हैं। धर्म किसी भी इंसान के लिए पर्सनल होता है लेकिन त्योहार समुदाय और लोगों के साथ मनाने के लिए होते हैं। शेख हसीना ने कहा कि ये घटना एक ऐसे समय में हुई है जब बांग्लादेश विकास की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहा है और इस घटना का मकसद हमारे देश की प्रगति को नुकसान पहुंचाना है। कुछ लोग धार्मिक तौर पर अंधभक्त होते हैं और वे हमेशा सांप्रदायिक तनाव या हिंसा फैलाने की कोशिशों में लगे रहते हैं। ऐसे लोग सिर्फ मुस्लिम समाज में ही नहीं बल्कि बाकी धर्मो में भी होते हैं। लेकिन अगर हम साथ मिलकर काम करें तो ऐसे लोग हमें नुकसान नहीं पहुंचा सकते हैं।

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‘खुद को अल्पसंख्यक ना समझें हिंदू’


बांग्लादेश के हिंदू समुदाय के लोगों ने भी पंडालों पर हमले के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना के सामने अपनी चिंता जाहिर की। बांग्लादेश पूजा सेलिब्रेशन काउंसिल के अध्यक्ष मिलन कान्ति दत्त ने कहा कि पूजा पंडाल में हुई हिंसा की वजह देश भर के हिंदुओं में असुरक्षा की भावना घर कर गई है। मिलन कान्ति ने कहा कि हिंदुओं के खिलाफ व्यस्थित हमले हो रहे हैं और उनके मन में डर का भाव पैदा हो गया है। इस मामले में बांग्लादेश हिंदू यूनिटी काउंसिल ने भी ट्वीट किया। काउंसिल ने ट्वीट में कहा, ’13 अक्टूबर 2021, बांग्लादेश के इतिहास में एक निंदनीय दिन था। अष्टमी के दिन मूर्ति विसर्जन के मौके पर कई पूजा मंडपों में तोड़फोड़ की गई। हिंदू अब पूजा मंडपों की रखवाली कर रहे हैं। आज पूरी दुनिया चुप है। मां दुर्गा अपना आशीर्वाद दुनिया के सभी हिंदुओं पर बनाए रखें।’