विपक्षी बैठक में शामिल न होने पर असदुद्दीन ओवैसी का बयान, कहा- सच बोल देते इसलिए नहीं बुलाया…

ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार की राजधानी पटना में हो रही विपक्ष की बैठक को लेकर कहा है कि हमें इसलिए नहीं बुलाया गया, क्योंकि हम सच्चाई बोल देते हैं. ओवैसी ने बैठक में शामिल होने वाली शिवसेना (यूबीटी) को लेकर सवाल उठाया है. असदुद्दीन ओवैसी ने पूछा है कि क्या अब शिवसेना सेक्यूलर हो गई है. पटना में हो रही इस बैठक में कई क्षेत्रीय दलों के नेताओं को भी बुलाया गया है.

मीडियाकर्मियों से बात करते हुए जब ओवैसी से विपक्ष की बैठक को लेकर सवाल हुआ और उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें इसमें शामिल होने के लिए बुलावा नहीं मिला था? इस पर हैदराबाद सांसद का कहना था कि उन्हें बैठक में शामिल होने के लिए इसलिए नहीं बुलाया गया, क्योंकि हम सच्चाई बोलेंगे. शिवसेना को बैठक में शामिल होने के लिए बुलाया गया, क्या वह अब एक सेक्युलर पार्टी हो गई है? उनका कहना है कि विपक्ष को सबसे पहले अपना एजेंडा क्लियर करना चाहिए.

पीएम बनने का ख्वाब देख रहे नीतीश: ओवैसी

असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि नीतीश के क्षेत्र में मदरसों को जला दिया गया, लेकिन क्या उन्होंने कुछ किया? ओवैसी का कहना है कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब देख रहे हैं. जब गुजरात जल रहा था, तब वह रेल मंत्री थे. हमें सिर्फ इस बैठक से इसलिए दूर रखा गया, क्योंकि हम वहां सच्चाई बोल देते हैं.

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पीएम ने मुस्लिमों को राजनीतिक रूप से किया अदृश्य: ओवैसी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी ओवैसी हमलावर नजर आए और उन्होंने मणिपुर के मुद्दे पर उन्हें घेरने का प्रयास किया. ओवैसी का कहना था कि प्रधानमंत्री भेदभाव की बात कर रहे हैं, तो फिर मणिपुर में क्या हो रहा है? अभी तक मणिपुर जल रहा है. उन्होंने सवाल किया कि मणिपुर में 300 चर्च आग के हवाले कर दिए गए, क्या वो भेदभाव नहीं हैं? ऊपर से अब आप यूनिफॉर्म सिविल कोड की बात कर रहे हैं.