सरकार बनाते ही तालिबान ने गिरगिट की तरह बदला रंग, काबुल में नार्वे दूतावास को बनाया निशाना

अफगानिस्तान में सरकार बनाने के बाद तालिबान अब अपने वादों से फिरता नजर आ रहा है। दरअसल, अफगानिस्तान पर कब्ज़ा करने के बाद पहले जहां तालिबान से दावा किया था कि वह यहां मौजूद किसी भी दूतावास को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा। वहीं अब उसने नार्वे के दूतावास पर कब्जा कर लिया है। इतना ही नहीं, तालिबानी लड़ाकों ने दूतावास में जमकर तोड़फोड़ भी की है।

दूतावास पर कब्ज़ा कर तालिबान ने की तोड़फोड़

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नार्वे के दूतावास पर कब्जे के बाद तालिबानी लड़ाकों ने वहां रखी शराब की बोतलें तोड़ दीं और किताबों को नष्ट कर दिया। ईरान में नॉर्वे के राजदूत सिगवाल्ड हाउगे ने एक ट्वीट में कहा कि तालिबान ने अब काबुल में नॉर्वे के दूतावास को अपने कब्जे में ले लिया है। कहा गया है कि वह दूतावास को बाद में हमें लौटा देंगे लेकिन पहले वहां रखी शराब की बोतलें तोड़नी हैं और बच्चों की किताबें नष्ट करनी हैं।

आपको बता दें कि बीते 15 अगस्त को तालिबान ने काबुल में कब्जा कर वापसी थी। इन 25 दिनों में जहां की जनता को लगातार तालिबानी जुर्म का सामना करना पड़ रहा है। तालिबान ने दावा किया था कि वह दूतावासों सहित विदेशी देशों के राजनयिक प्रतिष्ठानों में हस्तक्षेप नहीं करेगा। हालांकि यह सच किसी से नहीं छिपा कि तालिबान गिररिट की तरह रंग बदलने में माहिर हैं, इससे पहले वह अपनी कई बातों से पलट चुका है।

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पिछले महीने डेनमार्क और नॉर्वे ने घोषणा की थी कि वे काबुल में अपने दूतावास बंद कर रहे हैं और अपने कर्मचारियों को निकाल रहे हैं क्योंकि अफगानिस्तान में सुरक्षा की स्थिति खराब हो गई है।