अनुपम खेर ने कविता के जरिए सुनाया मिडिल क्लास फैमिली का दर्द, कहीं मजाक ना पड़ जाए भारी

अनुपम खेर हर मुद्दे पर खुलकर बात करते हैं। पिछले कुछ समय से वह वीडियोज बनाकर फैंस से अपने दिल की बातें शेयर करते हैं। कुछ दिनों पहले अनुपम ने गंजेपन पर वीडियो बनाया था जिसे काफी पसंद किया गया था। अब अनुपम ने नया वीडियो शेयर किया है जिसमें वह मिडिल क्लास फैमिली का दर्द बयां कर रहे हैं। दरअसल, अनुपम ने मिडिल क्लास लोगों पर कविता लिखी है। इस कविता में अनुपम बता रहे हैं कि कैसे एक मिडिल क्लास शख्स किसी भी चीज को खरीदने से पहले प्राइज टैग को देखता है। गैस स्टोव पर दूध गर्म करते वक्त उसे चिंता होती है। बाल गिरने और पेट के बाहर आने से भी परेशान रहता है।

अनुपम ने भी बताया कि मिडिल क्लास परिवार में लोग ज्यादा मिलते नहीं हैं वे सिर्फ सत्यनारायण कथा के दौरान परिवार घर आते हैं। लास्ट में अनुपम कहते हैं कि कैसे मिडिल क्लास लोग अपने बच्चों को मोटिवेट करते हैं इस मिडिल क्लास की दीवार को तोड़कर अपनी जिंदगी को बड़ा करने के लिए।

इस कविता को शेयर करते हुए अनुपम ने लिखा, ‘भारतीय मिडिल क्लास की कहानी… दोस्तों, मैं पैदा हुआ लोअर मिडल क्लास में। जैसे-तैसे मेहनत करके पहुंचा अपर मिडिल क्लास में। ये लाइनें मेरे दिन की गहराइयों से निकली हैं। आप सुनेंगे और शर्तिया मुस्कराएंगे क्योंकि ये हम सबकी कहानी है। सुनिए, मुस्कराइए और शेयर करिए। जय हो।’

गंजेपन पर अनुपम खेर का वीडियो

इससे पहले जो गंजेपन पर अनुपम ने वीडियो शेयर किया था उसमें उन्होंने बताया था कि कैसे कम उम्र में उनके बाल झड़ने लगे थे। इसके अलावा अनुपम ने गंजे लोगों के लिए गाना भी गाया था। अनुपम का ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।

बता दें कि अनुपम खेर ने 1985 से लेकर 1988 तक कई फिल्मों में काम किया, लेकिन उन्हें दर्शकों से कुछ खास रिस्पॉन्स नहीं मिला। फिर तेजाब फिल्म में अनुपम की एक्टिंग दर्शकों को पसंद आई और इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में काम किया। अनुपम ने फिर राम लखन, चांदनी, परिंदा, चालबाज, दिल, बेटा और डर जैसी हिट फिल्में दीं। आज अनुपम कई हॉलीवुड शोज और फिल्मों में काम कर रहे हैं।

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अपनी जर्नी के बारे में बात करते हुए अनुपम ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘मैं जिंदगी और फैंस का शुक्रगुजार हूं जो आज मैं यहां तक पहुंचा। मुंबई में कई लोग अपने सपने को पूरा करने आते हैं ना सिर्फ फिल्मों में बल्कि बिजनेस, स्पोर्ट्स। इस शहर का दिल बहुत बड़ा है जो लाखों लोगों को चांस देता है और उन लाखों लोगों में मैं भी शामिल हूं इसका मैं हमेशा शुक्रगुजार रहूंगा।’