खालिस्तानी पन्नू की हत्या की साजिश रचने के मामले में भारत के साथ काम कर रहा है अमेरिका

वाशिंगटन। अमेरिका अपनी धरती पर खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने में शामिल लोगों को जवाबदेह ठहराने के लिए भारत सरकार के साथ काम कर रहा है। बाइडन प्रशासन ने यह जानकारी दी। पिछले साल नवंबर में संघीय अभियोजकों ने पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश में शामिल होने का आरोप भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर लगाया गया था। पन्नू के पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है।

अमेरिकी संघीय अभियोजकों ने आरोप लगाया था कि गुप्ता एक भारतीय सरकारी कर्मी के साथ काम कर रहा था और न्यूयार्क शहर में रहने वाले पन्नू की हत्या करने के लिए एक कातिल को एक लाख अमेरिकी डॉलर देने पर राजी हुआ था। आरोपों की तफ्तीश के लिए भारत पहले ही एक जांच समिति गठित कर चुका है। कांग्रेस (संसद) की एक सुनवाई के दौरान दक्षिण और मध्य एशिया के लिए सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने संसद की विदेश मामलों की समिति के सदस्यों से बुधवार को कहा, यह अमेरिका और भारत के बीच एक गंभीर मुद्दा है। न्याय विभाग ने आरोप लगाया है कि भारत सरकार में काम करने वाले किसी व्यक्ति के इशारे पर एक भारतीय नागरिक ने अमेरिकी धरती पर एक अमेरिकी नागरिक की हत्या का प्रयास किया है।

उन्होंने कहा, हमने प्रशासन में इसे गंभीरता से लिया है और इसे भारत के साथ उच्चतम स्तर पर उठाया है। लू ने कहा, हम इस समय भारत के साथ काम कर रहे हैं ताकि भारत को इस भयावह अपराध के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। भारत ने स्वयं घोषणा की है कि उन्होंने इस मामले को देखने के लिए एक जांच समिति बनाई है।

उन्होंने कहा, हमने उनसे जल्दी और पारदर्शी तरीके से काम करने के लिए कहा है ताकि इंसाफ सुनिश्चित हो सके। लू इस सुनवाई में मिनेसोटा से कांग्रेस के सदस्य डीन फिलिप्स के एक सवाल का जवाब दे रहे थे। फिलिप्स ने पूछा था कि रूस में एलेक्सी नवलनी की हत्या के बाद 500 से ज्यादा लोगों पर जिस तरह से प्रतिबंध लगाए गए थे, क्या वैसे ही प्रतिबंध पन्नू की हत्या करने की साजिश में शामिल लोगों पर भी लगाने पर विचार किया जा रहा है।