आजम के समर्थन में खड़े हुए अखिलेश तो भड़की कांग्रेस, मुस्लिमों को किया आगाह

जेल में सजा काट रहे समाजवादी पार्टी (सपा) में नंबर दो की हैसियत रखने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान को लेकर एक नई सियासी हलचल देखने को मिल रही है। दरअसल, सोमवार को आजम खान के समर्थन में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा किये गए ट्वीट को लेकर कांग्रेस हमलावर नजर आ रही है। अखिलेश यादव के इस ट्वीट को अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने घड़ियाली आंसू करार दिया है।

कांग्रेस नेता ने अखिलेश यादव पर बोला हमला

अखिलेश यादव के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए शाहनवाज़ आलम ने कहा कि क़रीब एक साल से पत्नी और बेटे के साथ जेल में कैद आज़म खान से अगर सहानुभूति होती तो सपा सड़कों पर उतर कर आंदोलन कर चुकी होती। लेकिन उन्हें तो अब किसी पत्रकार का आज़म खान पर उनकी चुप्पी पर सवाल पूछ देने से भी गुस्सा आ जाता है जैसा कि पिछले दिनों पहले लखनऊ में हुआ था।

ट्विटर पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि अखिलेश ने अपनी ज़िंदगी के 30 साल सपा को देने वाले आज़म खान के लिए एक ट्वीट भी नहीं किया। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को समझ लेना चाहिए कि जब मुलायम सिंह यादव संसद में मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने की ख्वाहिश ज़ाहिर कर चुके हैं तो उनके बेटे का फ़र्ज़ बनता है कि वो मुसलमानों के ख़िलाफ़ होने वाले सरकारी ज़ुल्म पर चुप रहें।

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सिर्फ़ आज़म खान के मसले पर ही अखिलेश यादव चुप नहीं रहे बल्कि उनके संसदीय क्षेत्र आज़मगढ़ के बिलरियागंज में भी जब एनआरसी का विरोध कर रही मुस्लिम महिलाओं पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया तब भी वह वहां नहीं गए। वहां सिर्फ़ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जी गयीं।

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कांग्रेस नेता शाहनवाज़ आलम ने यह भी आरोप लगाया कि संघ परिवार से अपने वैचारिक सहमति के तहत ही पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में उन्होंने कई सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशियों के ख़िलाफ़ अपने सजातीय मतों को भाजपा में ट्रांसफ़र कराया था।

आपको बता दें कि अखिलेश यादव ने आजम खान का समर्थन करते हुए सोमवार को ट्वीट किया था। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था कि जिस प्रकार हाथरस कांड में बीजेपी सरकार के झूठ की पोल खुली है, उससे उत्तर प्रदेश में झूठे मुकदमों की कलई खुलनी शुरू हो गयी है। न्यायपालिका और लोकतंत्र में विश्वास रखते हुए हमें पूरा भरोसा है कि आजम खान साहब के खिलाफ झूठे मुकदमे में भी राज्य सरकार को हार मिलेगी और उन्हें बहुत जल्द इंसाफ मिलेगा।