चुनाव में हार के बाद पंजाब में कांग्रेस का झगड़ा बढ़ा, चरणजीत सिंह चन्नी को पार्टी से निकालने की उठी मांग

पंजाब विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद से राज्य में कांग्रेस का झगड़ा बढ़ता जा रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी पर कांग्रेस नेताओं का ग़ुस्सा फूटा है. पार्टी नेताओं का कहना है कि चन्नी के चेहरे की वजह से कांग्रेस हारी. भ्रष्टाचार के आरोप लगे फिर भी पार्टी ने चेहरा नहीं बदला. ये बात पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कही है.

कांग्रेस नेता दर्शन बराड़ ने कहा, चन्नी को पार्टी से चलता कर देना चाहिए. पूरे परिवार की नौकरियां छुड़वाकर चन्नी उनको कांग्रेस में शामिल करवाना चाहते थे. चन्नी का भाई कांग्रेस के खिलाफ लड़ा, लेकिन उसे रोका नहीं. दर्शन बराड़ ने कहा कि चन्नी और जाखड़ को पार्टी से निकालकर नवजोत सिद्धू को सारी पॉवर दी जानी चाहिए.

चरणजीत सिंह चन्नी को बताया एक ‘बोझ’

इससे पहले प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़ ने चरणजीत सिंह चन्नी को एक ‘बोझ’ बताया था, जिनके “लालच ने पार्टी को नीचे ला दिया.’ जाखड़ ने बिना नाम लिए पार्टी की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी पर भी निशाना साधा. कांग्रेस नेता जाखड़ उन खबरों का जिक्र कर रहे थे, जिसमें कहा गया था कि रविवार को नयी दिल्ली में कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में पंजाब चुनाव में कांग्रेस की हार पर चर्चा के दौरान इस बात पर चर्चा की गई कि कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व निवर्तमान मुख्यमंत्री चन्नी का समर्थन करने में कैसे विफल रहा, जिन्हें ‘पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा उपयोगी नेता (एसेट) के तौर पर पेश किया गया था.’

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आम आदमी पार्टी ने 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में 92 सीट पर जीत हासिल की है. चुनावों में कांग्रेस की हार हुई और वह केवल 18 सीट ही जीत सकी.