भारत-पाक सीजफायर पर सहमत, ट्रंप के दावे पर सरकार ने लगाई मुहर

नई दिल्ली/वाशिंगटन। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को दावा किया कि अमेरिका की मध्यस्थता से हुई वार्ता के बाद भारत और पाकिस्तान तत्काल और पूर्ण संघर्ष विराम पर सहमत हो गए हैं। अमेरिका की मध्यस्थता से संघर्ष विराम ऐसे समय में हुआ है जब भारत और पाकिस्तान की सेनाओं द्वारा एक-दूसरे के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया जा रहा था, जिससे संघर्ष गंभीर रूप से बढ़ गया था।

अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में घोषणा की, अमेरिका की मध्यस्थता में पूरी रात चली बातचीत के बाद, मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान तत्काल और पूर्ण संघर्ष विराम पर सहमत हो गए हैं। ट्रंप ने कहा, दोनों देशों को समझदारी और विवेक का इस्तेमाल करने के लिए बधाई। इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद। इस्लामाबाद में पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री डार ने तत्काल प्रभाव से संघर्ष विराम की पुष्टि की।

पाकिस्तान ने फैलाया झूठ, सेना पूरी तरह से तैयार- बोलीं कर्नल सोफिया
कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा, पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने अपने JF 17 से हमारे S400 और ब्रह्मोस मिसाइल बेस को नुकसान पहुंचाया, जो पूरी तरह से गलत है। दूसरे, उसने एक गलत सूचना अभियान भी चलाया कि सिरसा, जम्मू, पठानकोट, भटिंडा, नलिया और भुज में हमारे हवाई अड्डों को नुकसान पहुंचाया गया, उसकी यह दावा भी पूरी तरह से गलत है।

तीसरे, पाकिस्तान के गलत सूचना अभियान के अनुसार, चंडीगढ़ और व्यास में हमारे गोला-बारूद डिपो को नुकसान पहुंचाया गया, यह भी पूरी तरह से गलत है। पाकिस्तान ने झूठे आरोप लगाए कि भारतीय सेना ने मस्जिदों को नुकसान पहुंचाया। मैं यह स्पष्ट करना चाहती हूं कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है और हमारी सेना भारत के संवैधानिक मूल्य का एक बहुत ही सुंदर प्रतिबिंब है।” उन्हेंने कहा, भारतीय सशस्त्र बल पूरी तरह से तैयार, सतर्क और भारत की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

वहीं विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा, “हमारे अभियान विशेष रूप से भारत विरोधी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किए जा रहे आतंकवादी ठिकानों पर लक्षित रहे। भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किसी भी धार्मिक स्थल को निशाना नहीं बनाया गया है।”

भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम पर कमोडोर रघु आर नायर ने कहा, “समुद्र, हवा और जमीन पर सभी सैन्य गतिविधियों को रोकने के लिए सहमति बन गई है। भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेनाओं को इस सहमति का पालन करने का निर्देश दिया गया है।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व DGP शेष पॉल वैद ने भारत पाकिस्तान संघर्षविराम समझौते पर कहा, “मुझे लगता है कि भारत ने शर्त रखी है कि पाकिस्तान आतंकवाद बंद करेगा, इसलिए भारत ने कहा कि आतंकवाद की कोई भी कार्रवाई युद्ध की कार्रवाई होगी। संघर्ष विराम का स्वागत है। भारत कभी किसी देश के खिलाफ आक्रामक तरीके से काम नहीं करता, हमारी नीति बहुत स्पष्ट है। हम विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं, हमारी दौड़ तीसरी, दूसरी, पहली अर्थव्यवस्था बनने की है। हम युद्ध, आतंकवाद में विश्वास नहीं करते।”

सीजफायर पर भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा,”पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने आज दोपहर 15:35 बजे भारतीय DGMO को फोन किया। उनके बीच सहमति बनी कि दोनों पक्ष भारतीय मानक समयानुसार 17:00 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे। आज दोनों पक्षों को इस सहमति को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। सैन्य संचालन महानिदेशक 12 मई को 12:00 बजे फिर से बात करेंगे।”

राष्ट्रपति ट्रम्प का ऐलान- भारत और पाकिस्तान सीजफायर पर सहमत
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा करते हुए कहा कि मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। हालांकि भारत सरकार की प्रतिक्रिया का इंताजर किया जा रहा है।

वहीं, पाकिस्तान की तरफ से पाक के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने ट्वीट किया, “पाकिस्तान और भारत तत्काल प्रभाव से संघर्षविराम पर सहमत हो गए हैं। पाकिस्तान ने हमेशा अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता किए बिना क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किया है।

सूत्र के मुताबिक भारत और पाकिस्तान के बीच गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए दोनों देशों के बीच सीधे तौर पर बातचीत हुई। आज दोपहर पाक DGMO ने बातचीत की पहल की, जिसके बाद चर्चा हुई और सहमति बनी। किसी अन्य मुद्दे पर किसी अन्य स्थान पर बातचीत करने का कोई निर्णय नहीं हुआ है।

पाकिस्तान के नाकाम हमलों की कोशिशों के बीच भारत सरकार ने शनिवार को बड़ा फैसला किया है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक भारत सरकार की ओर से पाकिस्तान को साफ संदेश देते हुए कहा गया है कि अगर भारत में कोई भी आतंकी हमला होता है तो इसे युद्ध माना जाएगा। सरकार के शीर्ष सूत्रों की ओर से बताया गया है कि भविष्य में किसी भी आतंकवादी कार्रवाई को भारत के खिलाफ युद्ध कार्रवाई माना जाएगा। इसी के साथ ऐसी किसी भी कार्रवाई का उसी के हिसाब से जवाब दिया जाएगा।

भारत-पाकिस्तान तनाव पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “पाकिस्तान यह आसानी से भूल जाता है कि भारत में 23 करोड़ से अधिक मुसलमान रहते हैं और हमारे पूर्वजों ने जिन्ना द्वारा प्रस्तावित ‘टू नेशन थ्योरी’ को खारिज कर दिया और हमने भारत को अपने देश के रूप में स्वीकार किया और हम यहीं रहेंगे। पाकिस्तान धर्म के नाम पर भारत का विभाजन करना चाहता है, वे भारतीय मुसलमानों, हिंदुओं और अन्य समुदायों के बीच तनाव पैदा करना चाहते हैं… जब वे ‘टू नेशन थ्योरी’ के बारे में बात करते हैं तो वे अफगानिस्तान सीमा चौकी पर बमबारी क्यों कर रहे हैं, वे ईरानी सीमा चौकी पर बमबारी क्यों कर रहे हैं? पाकिस्तान का डीप स्टेट अपनी सभी अवैध गतिविधियों को छिपाने के लिए इस्लाम को एक मुखौटा के रूप में उपयोग करता आया है…”

ओवैसी ने कहा, “यह बहुत दुख की बात है कि जो लोग इस देश को तोड़कर चले गए, उन्होंने पिछले 75 सालों से भारत को कमजोर करने, हिंदुओं और मुसलमानों के बीच संघर्ष पैदा करने और भारत को अस्थिर करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। लोगों के पास बंटवारे के बारे में कहने के लिए बहुत कुछ है लेकिन मेरा मानना ​​है कि जो नापाक थे वे यहां से चले गए और जो पसंदीदा थे वे यहां रह गए।”

मोदी ने शीर्ष रक्षा अधिकारियों संग की हाई लेवल मीटिंग
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तान के साथ बढ़ते सैन्य संघर्ष के बीच बदलती सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ शनिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। अधिकारियों ने बताया कि मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, तीनों सेनाओं के प्रमुखों और प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान से मुलाकात कर सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा की और भविष्य की रणनीति तैयार की।

पाकिस्तान के साथ संघर्ष बढ़ गया है तथा सशस्त्र बल भारतीय प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के पाकिस्तानी प्रयासों का उचित जवाब दे रहे हैं। भारत ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान की सेना अपने सैनिकों को सीमावर्ती क्षेत्रों में भेज रही है तथा दोनों देश एक-दूसरे के सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले जारी रखे हुए हैं। कर्नल सोफिया कुरैशी ने विंग कमांडर व्योमिका सिंह और विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ऐसा देखा गया है कि पाकिस्तानी सेना अपने सैनिकों को सीमावर्ती क्षेत्रों में भेज रही है।’’

उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान में नौ सुरक्षाकर्मियों की मौत
उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान में एक चौकी पर हुए हमले के बाद आतंकवादियों से लड़ते हुए कम से कम नौ सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए। शनिवार को मीडिया में आई एक खबर में यह जानकारी दी गई। उर्दू के दैनिक समाचार पत्र ‘मशरिक’ ने बताया कि आतंकवादियों ने अफगानिस्तान की सीमा से लगे खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के दक्षिण वजीरिस्तान जिले के शाकाई तहसील में शुक्रवार को डांडा चौकी पर हमला किया। हालांकि, सेना की मीडिया शाखा की ओर से हमले के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। खबर में बताया गया है कि घायलों को त्वरित प्रतिक्रिया इकाई ने तुरंत अस्पताल पहुंचाया।

पाकिस्तान के अटैक से भारत को कितना नुकसान?
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने आगे कहा, ‘राजौरी में अतिरिक्त जिला विकास आयोग की गोलाबारी में जान चली गई। फिरोजपुर और जालंधर में संपत्ति को नुकसान पहुंचा और नागरिक घायल हुए।’

न घबराएं और न ही अफवाहों पर विश्वास करें :भगवंत मान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, “सेना ने एडवाइजरी दी है कि अगर कोई विस्फोट होता है, तो तुरंत पुलिस या सेना को सूचित करें। खुद से उस स्थान पर न जाएं क्योंकि वहां (वस्तु के) कुछ जीवित हिस्से भी हो सकते हैं। मैं सभी से आग्रह करता हूं कि घबराएं नहीं और न ही अफवाहों पर विश्वास करें। सेना हर 2 घंटे में आपको अपडेट कर रही है…अगर आपको किसी बम, ड्रोन या मिसाइल का कोई हिस्सा मिलता है, तो तुरंत पुलिस या सेना को सूचित करें। वे वहां आएंगे और उसे निष्क्रिय कर देंगे। इसे देखने के लिए वहां न जाएं।”