1971 युद्ध के 50 साल: सैनिकों को वीरता पुरस्कार से किया गया सम्मानित

देशभर में भ्रमण पर निकली ‘विजय मशाल’ जो नई दिल्ली में प्रधानमंत्री द्वारा प्रज्जवलित की गई थी 19 फरवरी 2021 को लखनऊ से उन्नाव होते हुए फतेहगढ़ पहुंची। अपनी इस यात्रा के दौरान, ‘विजय मशाल’ 1971 के युद्ध के वीरता पुरस्कार पाने वाले सैनिकों के पुश्तैनी गाँवों – रौतापुर और नौगमा पहुंची।

रौतापुर में, ‘विजय मशाल’ को 57 यूपी बटालियन एनसीसी के कैडेटों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और वीर चक्र से सम्मानित मानद नायब सूबेदार (स्वर्गीय) उदय राज सिंह की पत्नी श्रीमती चंदा की उपस्थिति में सम्मान समारोह आयोजित किया गया।

नौगमा में, राजपूत रेजिमेंट सेंटर के सैनिकों द्वारा ‘विजय मशाल’ को सम्मानित किया गया और महावीर चक्र को सम्मानित लांस नायक (स्वर्गीय) द्रिगपाल सिंह के निकटतम संबन्धियो को  सम्मानित  किया गया। स्मृति चिन्ह की प्रस्तुति के बाद, उनके वीरतापूर्ण कृत्यों के उद्धरण पढ़े गए, जिसने सभी के दिलों को गर्व के साथ प्रफुल्लित कर दिया।

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तत्पश्चात, प्रत्येक गाँव के सरपंच ने अपने गाँवों की मिट्टी सौंपी। भारत भर के ऐसे गांवों से एकत्र की गई मिट्टी को राष्ट्रीय वीर स्मारक, नई दिल्ली में वीरता पुरस्कार विजेताओं के सम्मानजनक कार्यों के सम्मान के रूप में रखा जाएगा।