उन्नाव मामले को लेकर योगी सरकार पर भड़के केजरीवाल के मंत्री, लगाए गंभीर आरोप

उन्नाव के असोहा थाना क्षेत्र में तीन नाबालिग बच्चियों के साथ घटित हुए आपराधिक मामले ने राजनीतिक रूप लेना शुरू कर दिया है। दरअसल, दिल्ली की सत्तारूढ़ केजरीवाल सरकार के कैबिनेट मंत्री राजेंद्र कुमार गौत्तम ने शुक्रवार को उन्नाव जाकर पीड़ित परिवार से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात के बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर निशाना भी साधा।

केजरीवाल सरकार के मंत्री ने बोला हमला

केजरीवाल सरकार के मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में दलितों की बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। हाथरस और बदायूं के बाद अब उन्नाव की जघन्य घटना इसका प्रमाण है। न्याय मांगने पर पीड़ितों की आवाज दबाने का काम हो रहा है। इस असुरक्षित माहौल में उन्नाव की घटना में बची बेटी का बेहतर इलाज और उसकी सुरक्षा जरूरी है। उन्नाव मामले की स्वतंत्र एजेन्सी से निष्पक्ष जांच हो, परिवार को मुआवजा मिले, फास्टट्रैक कोर्ट चलाकर दोषियों को सजा मिले।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि तीसरी बच्ची की जान को बचाने के लिए  यदि योगी सरकार अच्छा और पर्याप्त इलाज नहीं करा पा रही है तो तत्काल एयर लिफ्ट कराकर पीड़िता को दिल्ली भेजें। केजरीवाल सरकार पीड़िता का इलाज कराने को तैयार है। बची हुई तीसरी बेटी की हालत की प्रशासन ठीक से जानकारी नहीं दे रहा है, उसकी जान को भी खतरा है ।

केजरीवाल सरकार के कैबिनेट मंत्री राजेंद्र कुमार गौत्तम ने कहा कि उन्नाव की दर्दनाक घटना को पुलिस दबाने का काम कर रही है। प्रदेश में दलित समाज की बेटियों के साथ यह कोई पहली घटना नहीं। बदायूं में दलित महिला के साथ मंदिर में गैंगरेप करके उसकी हत्या के मामले में भी पुलिस का व्यवहार ऐसा ही था। उस वक्त भी योगी की पुलिस पीड़ित पक्ष पर बयान बदलने का दबाव डाल रही थी। हाथरस हो या उन्नाव, योगी और उनकी पुलिस का व्यवहार बिल्कुल नहीं बदला।

केजरीवाल सरकार के मंत्री ने कहा कि हाथरस में पीड़िता के शव का रात में जबरन अंतिम संस्कार कराने वाली पुलिस उन्नाव में किशोरियों के शव दफनाने का प्रयास कर रही है। पुलिस द्वारा इसके लिए जेसीबी लाने की बात भी सामने आ चुकी है। तब भी पीड़ित परिवार से लोगों को मिलने से रोका जा रहा था और आज भी यही किया जा रहा है। यहां भी पीड़ित परिवार बुरी तरह से डरा हुआ है। परिवार के लोग ठीक से कुछ बता नहीं पा रहे हैं।  हमारा एक प्रतिनिधिमंडल कानपुर जाकर बेटी की हालत के बारे में पता लगाएगा। राजेंद्र कुमार गौतम ने शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास के मुद्दे पर भी योगी सरकार को फेल बताया।

यह भी पढ़ें: पीएम मोदी ने किसानों को लेकर दिया बड़ा बयान, कई नई परियोजनाओं का किया शिलान्यास

प्रतिनिधिमंडल में शामिल आप यूपी महिला विंग की प्रदेश अध्यक्षा नीलम यादव ने पीड़ित परिवार की महिलाओं से बात की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेटियां अपराधियों-बलात्कारियों के आतंक से चीत्कार रही हैं, मगर बेटियों की चीत्कार योगी सरकार को सुनाई नहीं दे रही। सरकार मिशन शक्ति जैसे प्रचार अभियान के शोर में बेटियों की चीखें दबाकर उनकी सुरक्षा के झूठे दावे कर रही है। अब तक अपराधियों को पकड़ने में नाकाम पुलिस परिवार को ही डराने-धमकाने का काम कर रही है।

उन्होने आगे कहा कि हद तो यह है कि जिसने अपनी बेटी खोई पुलिस ने उसे ही हिरासत में ले लिया। पुलिस की यह कार्रवाई सरकार के डर का प्रमाण है। सरकार को डर है कि पीड़ित पक्ष ने मुंह खोला तो उसके प्रचार अभियानों की कलई खुल जाएगी, इसीलिए वह इस खौफनाक कांड का सच दबाने का प्रयास कर रही है। प्रदेश में ऐसी घटनाओं से महिलाओं के मन में बेहद आक्रोश और खौफ बैठ चुका है। गावँ को छावनी में बदल दिया गया है परिवार से लोगों से मिलने नहीं दिया जा रहा है ,योगी सरकार महिलाओं, बेटियों की हिफाजत करने में फेल साबित हुई है ।