‘कोई भी महिला अपनी मर्जी से हिजाब नहीं पहनती’, हिजाब विवाद पर योगी आदित्यनाथ का तीखा बयान

पिछले काफी समय से कर्नाटक के एक स्कूल से उठा हिजाब विवाज और राजनीति करने का अहम मुद्दा बन गया है। अपने-अपने निजी स्वार्थ को देखते हुए नेता लोग अपनी बयानबाजी कर रहे हैं। कुछ लोग हिजाब पहनने का समर्थन कर रहे हैं तो कुछ का मानना है कि किसी भी सरकारी संस्था में वहां के नियमों के अनुसार ही चला जा सकता है। हिजाब विवाज पर अपनी प्रतिक्रिया दे चुके उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाग ने एक बार फिर हिजाब पर अपनी बात को दोहराया है। सीएम योगी ने इंडिया टूडे के साथ स्पेशल बातचीत में कहा कि कोई भी महिला अपनी मर्जी से हिजाब नहीं पहनती है। हिजाब विवाद पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं पर जबर्दस्ती हिजाब थौपा गया है और इसी कारण महिलाओं ने उसे अपनाया है।

इंडिया टुडे टीवी के साथ एक विशेष साक्षात्कार में योगी आदित्यनाथ ने कहा, “कोई भी महिला पसंद से हिजाब नहीं पहनती है। आप उन बेटियों और बहनों से पूछें “क्या महिलाओं ने कभी अपनी पसंद से तीन तलाक को स्वीकार किया है? योगी आदित्यनाथ ने कहा, मैंने उनके आंसू देखे हैं.. जब उन्होंने अपनी पीड़ा के बारे में बात की, तो उनके रिश्तेदार आंसू बहा रहे थे। योगी आदित्यनाथ ने कहा, जौनपुर की एक महिला ने तीन तलाक को खत्म करने के लिए पीएम (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी को धन्यवाद दिया।

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योगी आदित्यनाथ ने कहा कि व्यक्तिगत कपड़े एक व्यक्ति की पसंद तक सीमित हैं। अगर मुझे भगवा पसंद है तो क्या में उत्तर प्रदेश पुलिस या सरकारी काम करने वालों को भगवा रंग पहनने के लिए विवश कर सकता हूं। एक सरकारी संस्था के नियम होते हैं और उसे अपनाना चाहिए उन्हीं शर्तों पर संस्थान में एंट्री दी जाती है। उन्होंने कहा हर व्यक्ति जो चाहे वह पहनने के लिए स्वतंत्र है। लेकिन वह स्वतंत्रता सार्वजनिक स्थानों, बाजारों और घरों तक सीमित है।

 

कर्नाटक स्कूल के हिजाब विवाद पर उन्होंने कहा कि अगर सभी पुलिस कर्मी एक ड्रेस कोड में है और किसी की व्यक्तिगत पसंद भगवा है तो कैसा लगेगा कि वह सभी खाकी पहनने वालों के साथ भगवा रंग पहन कर आये। यह नियम नहीं है।