यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसी का नाम लिए बगैर इशारों-इशारों में कांग्रेस नेताओं पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि ‘एक्सीडेंटल हिंदू’ के वंशज गीता प्रेस को मिले सम्मान को पचा नहीं पा रहे हैं. सीएम योगी थारू जनजाति संग्रहालय और थारू जनजाति प्रदर्शनी का शुभारंभ करने बलरामपुर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने गीता प्रेस को मिले सम्मान के खिलाफ आए कांग्रेस के नेताओं के बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अपने विरासत के प्रति इतना गंदा रवैया रखने वाली कांग्रेस के लिए निर्लज्जता की बात है.
सीएम योगी ने कहा कि गीता प्रेस एक शताब्दी से सनातन हिंदू धर्म की सेवा कर रहा है. सनातन हिंदू धर्म मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है. सर्वे भवन्तु सुखिन: और वसुधैव कुटुंबकम का संदेश देता है. इसके प्रकाशन के प्रमुख केंद्र को गांधी शांति पुरस्कार मिलना गर्व की बात है.
उन्होंने कहा कि गीता प्रेस पिछले 100 वर्षों से धार्मिक साहित्य का प्रकाशन कर रहा है. सस्ते मूल्य पर बिना किसी सरकारी सहयोग के धार्मिक साहित्य, गीता, वेद, रामायण, रामचरितमानस सहित हर प्रकार के धार्मिक साहित्य का प्रकाशन का प्रमुख केंद्र रहा है.
योगी ने कहा कि हमारे जनजातीय समुदाय का गौरवशाली अतीत रहा है. जंगलों की रक्षा का दायित्व भी इन्होंने अपने कंधों पर उठा रखा है. यहां का जनजातीय समुदाय अपनी जड़ों से जुड़ा हुआ है. अगर दुनिया ने हमारे जनजातीय समुदाय से सीखते हुए अपने विरासत की रक्षा की होती तो आज ग्लोबल वामिर्ंग का संकट न खड़ा होता.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय समुदाय के प्रति सम्मान का भाव व्यक्त करने के लिए भगवान बिरसा मुंडा की जयंती यानी 15 नवंबर की तिथि को जनजातीय दिवस के रूप में मनाने की शुरूआत की. इस दिवस को मनाने के पीछे भगवान बिरसा मुंडा का गौरवशाली अतीत है कि किस तरह से उन्होंने विदेशी आक्रांताओं को मुंहतोड़ जवाब दिया था. 15 नवंबर को हम सब उनके संघर्ष का स्मरण करते हैं. यह थारू संग्रहालय हमारे जनजातीय समुदाय का सम्मान है.
सीएम योगी ने कहा कि थारू, गोड़, बक्सा, चेरू, सहारिया समेत प्रदेश की सभी जनजातीय समुदाय को हम शत-प्रतिशत सैचुरेशन की तरफ ले करके जाएंगे. जिन परिवारों के पास जमीन नहीं होंगे उनको जमीन के पट्टे उपलब्ध करवाने के कार्य होंगे. वनाधिकार कानून के अंतर्गत इस प्रकार के संशोधन किए जा चुके हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के जनजातीय समुदाय को आवास, राशन कार्ड, निराश्रित महिला, बुजुर्ग और दिव्यांगजनों को पेंशन उपलब्ध करवाने का कार्य भी करेगी. गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे लोगों को आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा कवर देगी. थारू समुदाय के लोगों ने महाराणा प्रताप के सेना का हिस्सा बन कर के विदेशी हुकूमत की चूलें हिलाने का काम किया था.