कांग्रेस में जब 40-40 साल बिताने वाले वफादार नहीं रहे तो हमें गाली क्यों… हार्दिक और अल्पेश का करार प्रहार

गुजरात में पिछले विधानसभा चुनाव में हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवानी की तिगड़ी ने बीजेपी को खूब झिलाया था। आज इस तिगड़ी में से दो बीजेपी का ही हिस्सा हैं। हार्दिक पटेल इसी साल बीजेपी में शामिल हुए। एक न्यूज चैनल से बातचीत में हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर ने कांग्रेस छोड़ने की वजह बताई। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए गुजरात में एक बार फिर बीजेपी सरकार के आने का दावा कर रहे हैं।

जिस पार्टी के खिलाफ आंदोलन किया, उसी के लिए बदले रुख को लेकर हार्दिक पटेल ने कहा, शुरुआत एक सामाजिक मुद्दों के आंदोलन से हुई थी। जब कोई आंदोलन होता है तो उसमें स्वाभाविक रूप से आक्रामकता होती है। जोश होता है। जब सामाजिक मुद्दों के साथ आंदोलन पूर्ण होता है तो यह मेरा मानना है कि किसी भी राजनीतिक दल के साथ उस भावना से आगे तो नहीं बढ़ा जा सकता है।

कांग्रेस छोड़ने की वजह बताते हुए हार्दिक ने कहा, ‘आंदोलन में जब हमारे मुद्दे पूरे हुए तो हम राजनीति में आए। जहां गए वहां के लोगों को लगा और हमको भी लगा कि गुजरात के हितों के लिए, जनता के लिए अस्मिता और गौरव के साथ काम नहीं कर सकते इसलिए हम बीजेपी के साथ जुड़े। हार्दिक ने कहा, ‘जो गुजरात में अस्मिता और गौरव की बात करेगा वही गुजरात में लोगों की सेवा करने का मौका प्राप्त करेगा। हार्दिक ने दावा किया, ‘7 करोड़ की जनता प्रचंड बहुमत के साथ बीजेपी की सरकार बनाएगी।’

बीजेपी में डेमोक्रेसी न होने के आरोप पर अल्पेश ठाकोर ने कहा, ‘कांग्रेस में भी कहां लोकतंत्र बचा है। वहां के डिसीजन ऊपर से होते हैं। कांग्रेस बिखरी हुई है। अल्पेश ने कहा, बीजेपी 27 साल से सत्ता में हैं। कुछ तो बात होगी उसमें। हमने 2015 में सिस्टम के खिलाफ आंदोलन किया लेकिन जनता ने नरेंद्र मोदी पर ही भरोसा दिखाया।

हार्दिक और अल्पेश ने आरोप लगाया, ‘कांग्रेस को जिन लोगों के लिए लड़ना था वो उनके पास सिर्फ चुनाव के वक्त जाती है। उसके नेता भी अपनी पार्टी के लिए लॉयल नहीं है। वहां भागदौड़ मची है। जब तक उनको और उनके बच्चों को टिकट मिल रहा है, तभी तक उसके साथ है।’

आम आदमी पार्टी के लिए हार्दिक पटेल ने कहा, ‘जिस पार्टी का एक मंत्र दिल्ली में यह कहता है कि ब्रह्मा विष्णु महेश को हम भगवान मानने से इनकार करते हैं तो क्या उन्हें गुजरात की जनता स्वीकार करेगी। उन्हें चुनाव के वक्त ही गणेश और लक्ष्मी चुनाव याद आए हैं। कांग्रेस और आप हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम करती है।’

यह भी पढ़ें: उद्धव ठाकरे ने पीठ में घोंपा था खंजर, लेना था बेईमानी का बदला, बोले देवेंद्र फडणवीस

कांग्रेस पर भड़ास निकालते हुए हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर ने कहा, ‘हम 2 साल में समझ गए लेकिन कपिल सिब्बल 35 साल में समझे, गुलाम नबी आजाद 50 साल में समझे। गहलोत जी को भी सीएम पद से हटा दिया गया तो उन्होंने भी बगावत कर दी थी। जो लोग 40- 40 साल कांग्रेस में रहकर भी लॉयल नहीं रहे तो हमें क्यों गाली देते हो।’