जिले में लगातार जारी बारिश और बर्फबारी के कारण गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पिछले 72 घंटों से यातायात के लिए ठप्प पड़े हैं। इसके साथ ही जिले की 10 ग्रामीण सड़कें भी आवाजाही के लिए बंद हो गई हैं। सड़कें बंद होने से ग्रामीण इलाकों में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे जगह-जगह जगह भारी बर्फबारी के कारण पिछले कई घंटों से बंद पड़े हैं। गंगोत्री हाईवे सुक्की टॉप से लेकर गंगोत्री तक करीब 40 किलोमीटर हिस्से पर हुई बर्फबारी के कारण यातायात के लिए ठप्प पड़ा हुआ है। इसी तरह यमुनोत्री हाईवे रानी टॉप के मध्य 12 किलोमीटर हिस्से में बर्फबारी के कारण बंद है। दोनों हाईवे पिछले 72 घंटों से भी अधिक समय से यातायात के लिए नहीं खुल सके हैं।
बीआरओ (सीमा सड़क बल) और एनएच की मशीनरी बर्फबारी वाले स्थानों पर लगातार हाईवे को खोलने में जुटी हुई है, लेकिन मौसम के साथ न देने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही उत्तरकाशी में लोनिवि की दो भटवाड़ी की 3, बड़कोट के तीन, पुरोला की 2 ग्रामीण सड़कें आवाजाही के लिए पूरी तरह से बंद है। सड़कें बंद होने के कारण ग्रामीण घरों में कैद होकर रह गए हैं। रोजमर्रा की सुविधाएं जुटाने में ग्रामीणों को खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं।
दुकान के गोदाम में गिरा चट्टानी बोल्डर
बारिश के कारण डुंडा में एक दुकान के गोदाम में पहाड़ी से भारी चट्टानी बोल्डर आ गिरा। छत तोड़ते हुए बोल्डर सीधे गोदाम के भीतर जा गिरा। इससे यहां अफरा तफरी मच गई। हालांकि जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।
पीएम की सुरक्षा में चूक: सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को दिया बड़ा झटका
पीड़ित व्यापारी मुकेश नौटियाल ने बताया कि सोमवार को दिनभर हुई भारी बारिश के कारण डुंडा में उनके गोदाम पर पहाड़ी से भारी बोल्डर आ गिरा। गनीमत यह रही कि गोदाम में कोई नहीं था। सूचना मिलने के बाद राजस्व निरीक्षक भी मौका मुआयना करने वहां पहुंचे। नौटियाल ने पहाड़ी से लगातार गिरते पत्थरों को देखते हुए प्रशासन से यहां सुरक्षा दीवार निर्माण की मांग रखी।