समाजवादी पार्टी (सपा) की प्रदेश कार्यकारिणी में शिवपाल सिंह यादव के सभी मुख्य सहयोगीयों को एडजस्ट करने की पूरी तैयारियां चल रही हैं। आपको बता दे, सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने यह जानकारी देते हुए कहा कि शीघ्र ही कमेठी गठन का काम पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि रालोद और सपा, चौधरी चरण सिंह के विचारों पर चल रहे हैं और वे बीजेपी के अन्याय के खिलाफ आगे भी लड़ते रहेंगे। नरेश उत्तम ने कहा कि आज हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि बीजेपी मतदाता सूची में कोई खेल नहीं कर सके।
आखिर क्यों सपा समर्थक ने हटाए थे नाम सूची से ?
पिछले चुनाव में सपा समर्थक मतदाताओं के बड़े पैमाने पर नाम सूची से हटा दिए गए थे, लेकिन उत्तम ने कहा कि प्रदेश सरकार के इशारे पर आज भी मतदाता सूची से नाम हटाने में नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। इसके आगे वह कहा है कि नाम हटाने से पहले कोई भी सार्वजनिक नोटिस जारी नहीं किया जा रहा है और सपा वादीयों ने फैसला किया है कि जहां भी गड़बड़ियां मिलेंगी, उसके खिलाफ चुनाव आयोग के दरवाजे खटखटाएंगे।
अखिलेश यादव ने कहा, भाजपा के राज में जिंदगी सुरक्षित नहीं
आपको बता दे, उत्तर प्रदेश के समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी दावा किया है कि भाजपा के राज में किसी की जिंदगी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने अपराधी कानून व्यवस्था को लेकर भी चिंता जताई है, क्योंकि उत्तर प्रदेश में अपराधियों को खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि अपराधी या तो जेल में हैं या राज्य से बाहर भाग गए हैं, लेकिन फिर भी इन वारदातों का अंजाम कौन दे रहा है।
सपा केवल अपनी ताकत पर ही चुनाव जीतने में है सक्षम
भाजपा सरकार ने पारदर्शिता के साथ चुनाव लड़कर सपा को हरा नहीं सकती है, इसलिए इसे बड़े पैमाने पर मतदाता सूची में गड़बड़ियां करवाती है। सपा ने गड़बड़ियों करने वाले कर्मचारियों के नाम और सबूत के साथ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करने की योजना बनाई है। उत्तर प्रदेश में सपा केवल अपनी ताकत पर ही चुनाव जीतने में सक्षम है, इसलिए जब भी राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन का निर्णय लिया जाएगा, उसे प्रदेश में पूरी शिद्दत के साथ लागू किया जाएगा।