उत्तर प्रदेश में 25 फीसदी ग्रामीण परिवारों तक नल से जल की आपूर्ति शुरू हो गई है। राज्य सरकार ने शनिवार को हर घर नल योजना का 25 प्रतिशत का आंकड़ा पार कर लिया है। भारत सरकार ने इस उपलब्धि पर योगी सरकार और उनकी पूरी टीम को बधाई दी है। नए साल में प्रवेश करने के साथ ही योगी सरकार ने हर घर जल योजना से 25 प्रतिशत परिवारों तक नल से जल पहुंचाने का बड़ा लक्ष्य हासिल कर लिया है। खासतौर से तब जबकि छह महीने पहले हर घर जल योजना की प्रगति का आंकड़ा 12 फीसदी था। नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग ने सीएम योगी के मार्गदर्शन में केवल छह महीने में 13 फीसदी प्रगति का रिकार्ड हासिल करते हुए 25 फीसदी परिवारों तक नल कनेक्शन पहुंचाने का लक्ष्य हासिल किया।
इस योजना से सरकार ने 6629491 परिवारों तक शुद्ध पेयजल पहुंचा दिया है। 39776946 से ज्यादा ग्रामीण जनता लाभान्वित होगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना की उत्तर प्रदेश में यह सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। पिछले एक सप्ताह में योजना ने एक फीसदी से अधिक परिवारों तक हर घर जल पहुंचाने का लक्ष्य पूरा किया है। 25 दिसम्बर से शुरू हुए संकल्प अटल हर घर जल अभियान की इसमें बड़ी भूमिका रही है। इससे पहले एक वित्तीय वर्ष में सबसे ज्यादा फंक्शनल हाउस होल्ड टैप कनेक्शन (एफएचटीसी) देने वाले राज्यों की श्रेणी में भी उत्तर प्रदेश शामिल हो चुका है। उत्तर प्रदेश एक दिन में सर्वाधिक नल कनेक्शन देने का रिकार्ड भी अपने नाम कर चुका है।
यूपी में योजना को तेजी से पूरा करने के लिए अधिकारियों की सतत निगरानी कार्यों की निरंतर समीक्षा और जमीन पर चल रहे कार्यों का क्रियान्वयन सफलता का बड़ा कारण बना है। इस उपलब्धि को इसलिये भी बड़ा माना जा रहा है क्योंकि योजना के शुरू होने का बड़ा समय कोविड काल में बीता। उसके बावजूद ग्रामीण जनता को 25 फीसदी नल कनेक्शन देकर योगी सरकार ने खुद को साबित कर दिया है।
योजना को रफ़्तार देने वाले योगी सरकार के पांच मूल मंत्र
कुशल मार्गदर्शन-. जल जीवन मिशन की हर घर जल योजना को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निरंतर राज्य के अधिकारियों से संवाद करते रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगभग अपनी हर दूसरी बैठक में हर घर जल योजना की अधिकारियों से पड़ताल करते हैं।
सुढृढ़ प्लानिंग-यूपी में हर घर जल योजना को लेकर योगी सरकार ने ग्राउण्ड लेवल पर सुढृढ़ योजना तैयार की जिसमें राज्य से लेकर गांव स्तर तक अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों की भूमिका निर्धारित है।
प्रभावी क्रियान्वयन- जल जीवन मिशन की योजना को जमीन पर उतारने के लिये राज्य मुख्यालय से लेकर पंचायतों तक सात स्तरीय क्रियान्वयन योजना लागू की गई।
सतत निगरानी-योजना को रफ्तार देने की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुहिम में सतत निगरानी और निरंतर निरीक्षण ने बड़ी भूमिका निभाई। जहां मुख्यमंत्री ने खुद निरीक्षण और निगरानी की कमान संभाली वहीं अन्य अफसरों ने स्थलीय निरीक्षण कर योजना को रफ़्तार दी। नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने सप्ताह में दो दिन (मंगलवार-बुधवार) को बिना रुके जिले वार एक.एक योजना की समीक्षा कर योजना को तीव्र गति से आगे बढ़ाया।
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टीम भावना/जागरूकता- हर घर जल योजना को लेकर विभाग की ओर से चलाए जा रहे जागरूकता अभियान ने 25 फीसदी नल कनेक्शन पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। वहीं आला अफसरों से लेकर ग्राम प्रधान और लेखपाल तक को एक टीम के तौर पर जोड़ा गया।