यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने लिखा पीएम मोदी को पत्र, देश के लिए लगाई मानवीय मदद की गुहार

युद्धग्रस्त यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अतिरिक्त मानवीय सहायता का अनुरोध किया है। यूक्रेन के विदेश मामलों की उप मंत्री एमीन झापरोवा ने कल केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी को इस संबंध में पत्र सौंपा।

भारत की ओर से बयान में कहा गया कि यूक्रेन की उप वित्त मंत्री ने यह भी प्रस्ताव दिया कि यूक्रेन में बुनियादी ढांचे का पुनर्निर्माण भारतीय कंपनियों के लिए एक अवसर हो सकता है।

मंगलवार को यूक्रेन की प्रथम उप विदेश मंत्री एमीन झापरोवा ने केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी से मुलाकात की थी। उन्होंने रूसी हमले को लेकर यूक्रेन के प्रयासों पर मीनाक्षी लेखी को जानकारी दी। दोनों के बी विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने पर चर्चा हुई।

पिछले साल की थी पीएम मोदी से जेलेंस्की ने बात

बता दें कि 7 मार्च 2022 को जेलेंस्की ने पीएम मोदी से फोन पर बात की थी। उन्होंने रूस के हमले के तुरंत बाद भारत के समर्थन की मांग करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी को फोन किया था। उन्होंने ट्वीट किया था- “भारतीय प्रधान मंत्री @narendramodi के साथ बात की। यूक्रेन के रूसी आक्रमण को जवाब देने के बारे में बताया। 100,000 से अधिक आक्रमणकारी हमारी जमीन पर हैं। वे आवासीय भवनों पर आग लगा रहे हैं। भारत से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में हमें राजनीतिक समर्थन देने का आग्रह किया। हमलावर को रोकें।

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भारत ने रूस और यूक्रेन किसी का पक्ष नहीं लिया

हालाकि, भारत ने रूस या यूक्रेन के खिलाफ या उसका पक्ष लेने से हमेशा परहेज किया है। भारत ने बार-बार कहा है कि उसका ध्यान संघर्ष क्षेत्रों में फंसे भारतीयों की सुरक्षित निकासी पर है और उसने रूस और यूक्रेन से मौजूदा संकट का शांतिपूर्ण समाधान निकालने का आह्वान किया। भारत 4 मार्च को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में एक वोट से अनुपस्थित रहा था, जिसमें यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद तुरंत एक स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय जांच आयोग स्थापित करने का निर्णय लिया गया था।