संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा और 6 अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान 66 दिनों में 27 बैठकें होंगी। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने यह जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि अवकाश 14 फरवरी से 12 मार्च तक रहेगा। बता दें, संसद का शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर 2022 से लेकर 29 दिसंबर 2022 तक चलना था, लेकिन सदन में हंगामे के चलते बाद में इसे छोटा कर दिया गया।
66 दिन में होगी 27 बैठक
केंद्रीय मंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ”संसद का बजट सत्र 2023, 31 जनवरी से शुरू होकर 6 अप्रैल तक चलेगा, जिसमें 27 बैठकें 66 दिनों में सामान्य अवकाश के साथ होंगी। अमृत काल के बीच राष्ट्रपति के अभिभाषण, केंद्रीय बजट और अन्य मदों पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की प्रतीक्षा है।”
14 फरवरी से 12 मार्च तक अवकाश
प्रह्लाद जोशी ने बताया कि 14 फरवरी से 12 मार्च तक अवकाश रहेगा। उन्होंने कहा, “बजट सत्र, 2023 के दौरान अवकाश 14 फरवरी से 12 मार्च तक रहेगा, ताकि विभाग संबंधित संसदीय स्थायी समितियां अनुदान मांगों की जांच कर सकें और अपने मंत्रालयों/विभागों से संबंधित रिपोर्ट तैयार कर सकें।”
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समय से पहले खत्म हुआ शीतकालीन सत्र
बता दें, संसद का शीतकालीन सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया। तवांग मामले पर राज्यसभा में 17 विपक्षी दलों ने वाक आउट कर दिया। इस मामले पर विपक्ष के नेता और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विपक्षी दलों की बैठक भी बुलाई थी। इसके साथ ही, खरगे के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर दिए गए विवादित बयान पर भी संसद में काफी हंगामा देखने को मिला। यही वजह रही कि संसद के शीतकालीन सत्र को समय से पहले समाप्त कर दिया गया।